व्यापम फर्जीवड़े में बदनामी झेल चुकी प्रदेश सरकार ने सबक लिया और न हीं सिस्टम ने सबक लिया। परीक्षा से पहले फर्जीवाड़ा उजागर।किया गया था पर फिर भी सबक नहीं लिया गया। व्यापम फर्जीवड़े में बदनामी झेल चुकी प्रदेश सरकार ने सबक लिया और न हीं सिस्टम ने सबक लिया। इसके चलते ग्वालियर में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के नर्सिंग भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक हुआ। अब इसके बाद नौ हजार से अधिक रिक्त पदों पर लिखित परीक्षा चल रही है जिसमें बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। इसमें ग्वालियर,मुरैना, सहित यूपी के आगरा के कुछ लोग मिलकर थंब इंप्रेशन का क्लोन बनाने के बाद सोल्वर बैठाकर परीक्षा कराने की तैयारी करते हुए पकड़े गए।इन लोगों ने पास कराने के एवज में एक अभ्यार्थी से दस लाख रुपये में सौदा तय किया था। लेकिन परीक्षा होती उससे पहले ही पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है। जिसको चलते ग्वालियर से लेकर भोपाल तक हड़कंप मचा हुआ है। इस मामले को लेकर नईदुनिया ने पहले ही खुलासा कर दिया था जिसके बाद हरकत में आई पुलिस अब इन पकड़े गए आरोपितों के संपर्क सूत्रों खंगाल रही है। एनएचएम में नर्सिंग भर्ती परीक्षा से पहले पेपर लीक कांड पकड़ा गया। इससे पहले बीएड और डीएड की परीक्षा में सोल्वर मामला पकड़ा जा चुका है।
इस तरह बुना तानाबाना
दो युवक थाटीपुर, एक मुरैना व एक अगरा का युवक इस पूरे घटना क्रम के मुख्य आरोपित है। जिनमें थाटीपुर में एक युवक का एमपी आनलाइन का सेंटर है। जिसके संपर्क में पटवारी परीक्षा में बैठने वाले अभ्यार्थी रहते हैं। नौ अप्रैल को पटवारी की परीक्षा होने जा रही है। जिसमें बैठने वाले एक अभ्यार्थी से दस लाख रुपये में सौदा हुआ। जिसमें अभ्यार्थी के स्थान पर सोल्वर बैठाकर परीक्षा पास कराना था। इसके लिए अभ्यार्थी के थंब इंप्रेशन लिए गए। जिसका फैवीकाल और मोम की मदद से क्लाेन तैयार किया गया। इस क्लोन को आगरा भेजा गया । जहां से सोल्वर को यह थंब इंप्रेशन लगाकर आना था जो अभ्यार्थी के स्थान पर परीक्षा देता।
इस तरह से पकड़ा गया
अभ्यार्थी ने सौदा तय कर लिया, लेकिन लेनदेन न करते हुए उसने अपने अन्य दोस्तों को भी इसी तरह से पास होने की सलाह दी। जिसके बाद यह बात पुलिस के कानों तक जा पहुंची। पुलिस ने इसकी तस्दीक की तो मामला संदिग्ध नजर आया और आनलाइन सेंटर चला रहे युवक व उसके सहयोगियों को दबोच लिया। जिनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने अपने अन्य साथियों के नाम उगले हैं। यह संख्या दर्जन भर से अधिक हो सकती है। जिसको लेकर पुलिस सायबर सेल की मदद से इनके संपर्क सूत्रों को टटोल रही है। जिस सोल्वर के पास थंब इंप्रेशन का क्लोन बनाकर भेजा उसकी तलाश की जा रही है।
अंतरराज्यीय गैंग की आशंका
पुलिस की हिरासत में बैठे युवकों के मोबाइल की काल डिटेल खंगाली जा रही है। जिससे यह पता चल सके कि इनकी किस किस से बात हुई और इसमें कौन कौन शामिल है। यह चौथा मामला है जिसमें अंतरराज्यीय गैंग का खुलासा हो सकता है। अभी तक जो भी मामले सामने आए उसमें यूपी और बिहार के लोग पकड़ में आए थे। चाहे एनएचएम नर्सिंग भर्ती में पेपर लीक कांड हो या फिर बीएड ,डीएड में सोल्वर बैठाकर पास कराने का मामला हो। इपटवारी परीक्षा भर्ती मामले में सोल्वर आगरा से आने वाला था ,इसलिए माना जा रहा है कि यह गैंग भी बड़ा होगा और इसके तार भी अन्य राज्यों से जुड़ेंगे।
चार लोग है हिरासत में
चार लोग हिरासत में बैठे हैं जिनसे पूछताछ की जा रही है। इनके संपर्क में कौन कौन लोग थे और इन्होंने किस तरह से क्लोन तैयार किया तथा दस लाख रुपये में और कितनेलोगों से सोल्वर बैठाकर पास कराने का सौदा किया इसकी पड़ताल की जा रही है। जिससे इनके खिलाफ पुख्ता सबूत एकत्रित कर मामला दर्ज किया जा सके।