आपको बतादें की बितें कुछ सालों में सस्टेनेबल एनर्जी सॉल्यूशन की डिमांड में तेजी को देखा जा रहा है. दुनिया भर में जलवायु में परिवर्तन होने के कारण चुनौतियां बढ़ रही है. जिसमें बढ़ती हुई आबादी के चलते सस्टेनेबल एनर्जी सॉल्यूशन की मांग में इजाफा हो रहा है. वहीं जर्मनी की एक कंपनी न्यूट्रिनो एनर्जी क्लीन रिन्यूएबल पावर के लिमिटलेस रिसोर्ट एक काफी बेहतर विकल्प को लेकर सामने आए है. आपको बतादें की कंपनी काफी समय से सस्टेनेबल एनर्जी सॉल्यूशन पर काम कर रही थी.
एक रिपोर्ट से ये सामने आया है की कंपनी हाल ही में एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर में किसी छेड़छाड़ के बिना ही एक न्यू तकनीक की एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर को तैयार करने में लगे हुए है. जिसकी मदद से एनर्जी की जरूरत को पूरा किया जा सके. आपको बतादें की इस समय कंपनी क्वांटम टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से एनर्जी को नैदा करने के लिए मेहनत कर रही है.
पिछले हफते ही कंपनी ने भारत देश की सुपरकैपेसिटर बनाने वाली कंपनी स्पेल के साथ समझौता कर लिया है. आपको बतादें की जर्मन कंपनी न्यूट्रिनो एनर्जी क्लीन रिन्यूएबल पावर ने हाल ही में क्लीन और ग्रीन एनर्जी विक्सन के लिए भारत में 2.5 बिलियन यूरो को इनवेस्ट करने का ऐलान किया है. बताया जा रहा है केंद्र सरकार की पूणे में इलेक्ट्रॉनिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक प्रौद्योगिकी सामग्री केंद्र सीमैट के साथ मिलकर ये फैसला किया है. बताया जा रहा है की इस योजना के तहत सेल्फ चार्जिंग इलेक्ट्रिकल कार को डेवलेन किया जाना है. जिसके लिए ये उम्मीद भी जताई जा रही है की इस कार को आने वाले 3 सालों में मार्केट में लाॅन्च कर दिया जाएगा. हाल ही में क्वांटम टेक्नोलॉजी ने एटोमिक लेवल पर न्यूट्रिनो के इंटेरेक्शन और बिहेवियर के बारें में जानकारी भी साझा की है.