शहर के लोगों को ट्रैफिक से राहत दिलाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने नो एंट्री प्लान के ट्रायल को शुक्रवार से शुरू किया। ट्रायल के तौर पर नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर सुबह 7 बजे से रात 10 बजे तक भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) ट्रैफिक, अनिल कुमार यादव ने एक एडवाइजरी में कहा कि शुक्रवार से दिन के दौरान भारी वाहनों को एक्सप्रेसवे में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
ट्रायल के रूप में शुरू किया।
ट्रैफिक पुलिस ने फिलहाल इस नो एंट्री को ट्रायल के रूप में शुरू किया है। अधिकारियों के मुताबिक अभी करीब 15 दिनों तक यह ट्रायल रहेगा। सकारात्मक परिणाम मिलते हैं तो नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर इन वाहनों को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। शुक्रवार से लंबे वीकेंड के चलते नो एंट्री लगने से परिणामों का सही मायने में अंदाजा नहीं लगाया जा सका। आज (सोमवार) से सही मायने में इसका असर देखने को मिलेगा। नोएंट्री के दौरान यमुना एक्सप्रेस वे और परी चौक से आने वाले हल्के और भारी वाहनों को एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट पर ही रोककर हिंडन कट से सर्विस रोड से उतारकर सेक्टर 151, सेक्टर 168, सेक्टर 135 और अन्य स्थानों के लिए डायवर्ट किया जाएगा।
सुबह सात बजे से रात 10 बजे तक भारी वाहन की नो एंट्री।
डीसीपी यातायात अनिल कुमार यादव ने एडवाइजरी जारी करते हुए बताया कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर यातायात का दबाव बढ़ गया है. मार्ग पर तीन जगह अंडरपास और सड़क पर री-सर्फेसिंग का काम चल रहा है इसलिए दिल्ली की तर्ज पर एक्सप्रेस-वे पर रास्तों पर इस व्यवस्था को लागू किया जाएगा. नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर सुबह सात बजे से रात 10 बजे तक भारी वाहन चलने नहीं दिए जाएंगे. अभी सुबह 11 से शाम पांच बजे तक चलते रहते हैं. अल्फा कर्मशियल, परी चौक रूट पर भारी वाहनों पर प्रतिबंध रहेगा।
15 दिन का समय दिया जाएगा।
आवश्यक सेवाओं फल, सब्जी, दूध, दवा, ईंधन से जुड़े वाहनों को जाने रहेगी अनुमति रहेगी। योजना पूर्ण लागू करने से पहले संबंधित लोगों को व्यवस्था बनाने के लिए 15 दिन का समय दिया जाएगा। सिरसा से मकौड़ा और तिलपता तक जाने वाले मार्ग को खुला रखा जाएगा. इसके लिए संबंधित प्राधिकरण की मदद ली जाएगी।