जहा एक और भारत के जाने माने खिलाड़ी धरने पर बैठे हैं।तो वही नीरज चोपड़ा देश के लिए एक मेडल लेकर आए हैं।भारत के भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने आज एक और बड़ी कामयाबी हासिल कर ली है। वे 88.67 मीटर के थ्रो के साथ दोहा में डायमंड लीग 2023 में पहले स्थान पर रहे। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने नीरज चोपड़ा को दोहा में डायमंड लीग 2023 में स्वर्ण पदक हासिल करने के लिए बधाई दी 25 वर्षीय नीरज ने पहले ही प्रयास में 88.67 मीटर का थ्रो किया जो अंत में उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो रहा। नीरज के करियर का यह चौथा सर्वश्रेष्ठ थ्रो है। नीरज ने दूसरे प्रयास में 86.04 मीटर का थ्रो किया, जबकि तीसरे प्रयास में 85.47 मीटर, पांचवें में 84.37 मीटर और छठे प्रयास में 86.52 मीटर का थ्रो किया, जबकि चौथे प्रयास में वह फाउल कर बैठे। नीरज अपने करियर में दूसरी बार कतर क्लब पर उतरे थे। इससे पहले वह 2018 में यहां खेले उतरे थे, लेकिन चौथे स्थान पर रहे थे। पिछले साल उन्होंने फिटनेस सही नहीं रहने के कारण इसमें हिस्सा नहीं लिया था। नीरज इस प्रतिष्ठित लीग में चार पदक जीतने वाले पहले भारतीय हैं। इससे पहले उन्होंने 2022 सत्र में लुसाने और ज्यूरिख चरण में स्वर्ण जीता था, जबकि स्टाकहोम में उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा था।
वडलेजक को पीछे छोड़ा।
टोक्यो ओलिपिक के रजत पदक विजेता चेक गणराज्य के जैकब वडलेजक दूसरे दौर के प्रयास में नीरज के काफी करीब पहुंच गए थे और उन्होंने 88.63 मीटर का थ्रो किया था, लेकिन वह चार सेंटीमीटर के अंतर से नीरज को पछाड़ने से चूक गए और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स 85.88 मीटर के साथ तीसरे स्थान पर रहे। उन्होंने पिछले साल 93.07 मीटर के थ्रो के साथ दोहा में जीत दर्ज की थी।
चोपड़ा ने 90 मीटर का रखा था लक्ष्य।
दहा मीट में जाने से पहले चोपड़ा ने 90 मीटर के निशान को पार करने का भरोसा जताया था. पिछले साल तीन मुकाबलों में उन्होंने 89 मीटर पार किया था, लेकिन हर बार वह कम पड़ गये. जब उन्होंने स्टॉकहोम में अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 89.94 मीटर हासिल किया, तो ऐसा लग रहा था कि उनके निशाने पर पहुंचने से बस कुछ ही कदम दूर हैं, लेकिन ऐसा हो न सका. हालांकि, चोपड़ा ने कहा है कि खुद को चोट से बचाये रखना भी एक बड़ी चुनौती है.