छिंदवाड़ा के आयुर्वेदाचार्य डॉ. प्रकाश टाटा ने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री को एक करोड़ रुपये का चैलेंज दिया गया था। इसमें उन्होंने कहा था कि यदि धीरेंद्र शास्त्री उनकी पर्ची खोलकर पढ़ देंगे तो एक करोड़ रुपये देंगे। इस चैलेंज को पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने मजाक में खत्म कर दिया। उन्होंने कहा कि हम कोई फरमाइशी गीत नहीं है।
मन की बात बताई तो 1 करोड़ रुपए देंगे।
छिंदवाड़ा के डॉक्टर प्रकाश टाटा के मुताबिक उन्होंने टीवी और सोशल मीडिया के माध्यम से देखा है कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने मंच से भूत-प्रेत-जिन्न और मसानों को भगाते हैं जो कि अंधविश्वास है। वहीं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री मंच के माध्यम से लोगों की बातें जो प्राइवेट होती है उसे भी सार्वजनिक कर देते हैं, जो बहुत गलत है। इसलिए मैं उन्हें 1 करोड़ रुपए का चेक दूंगा अगर वह मेरे मन की बात बता देंगे।
इसके लिए मैं एक लेटर लिख लिखूंगा अगर वह भी सेम लेटर लिख कर देंगे तो मैं 1 करोड़ रुपए का चेक दूंगा। अगर वह नहीं बता पाए तो उन्हें सिर्फ मुझे 11 लाख रुपए देने हैं जो मैं नागपुर के पास हनुमान जी की जन्मस्थली कही जाने वाली अंजनेरी की सड़कों के निर्माण के लिए मुख्यमंत्री कोष में दूंगा। आयुर्वेदाचार्य डॉ प्रकाश टाटा ट्वीट के जरिए अपने इस वीडियो में बताते हैं कि वह आत्मसम्मान मंच के माध्यम से अपने इस चेलेंज को देश को बता रहे हैं।
सस्ती लोकप्रियता पाने का तरीका – पंडित धीरेंद्र शास्त्री
इस चैलेंज को पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने मजाक में खत्म कर दिया। उन्होंने कहा कि हम कोई फरमाइशी गीत नहीं है। कितनी बार एक्सेप्ट नहीं किया, कितनी बार हमने प्रतिउत्तर नहीं दिया, कितनी बार टेस्ट नहीं दिया, भला अब यही थोड़ी करते रहेंगे।
शास्त्री से पत्रकारों ने पूछा था कि आपको लोग चैलेंज कर रहे हैं। आप इन लोगों को क्या कहना चाहेंगे। इस पर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि यह सस्ती लोकप्रियता पाने का तरीका है, जो उन्हें मिल गई है।