सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स ने हाल ही में ये जानकारी देते हुए बताया देश 2022 से लेकी 2023 में टू व्हीलर का नियोत 17.8 फीसदी तक घट चुका है जिसके बाद से ये निर्यात 36.5 लाख तक ही रह गया है.
बताया जा रहा है की ये गिरावट ग्लोबल मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी के चलते आई है. अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और दक्षिण एशिया के निर्यात बाजारों में अर्थव्यवस्थाओं के कमजोर होने के कारण देश में टू व्हीलर का निर्यात कम हो चला है. आपको बतादें की साल 2022 में ये टू व्हीलर निर्यात करीबन 44.4 फीसदी तक पहुंच चुका था.
सायम के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल का कहना है की इस प्रकार टू व्हीलर के निर्यात में कमी एक चिंता का कारण हो सकता है. साथ ही उन्होनंें बताया की कुछ देशों में मुद्रस्फीति में गिरावट के कारण ये कमी देखी जा रही है.
आपको बतादें की भारत में सबसे ज्यादा टू व्हीलर का निर्यात करने वाली कंपनी बजाज आॅटो के निर्यात में तकरीबन 25.45 फीसदी तक की गिरावट देखी गई है. जो अब घटकर 16.4 लाख तक हो चुकी है. वहीं टीवीएस की बात करें तो इस निर्यात में 16.06 तक की गिरावट देखी गई है. लेकिन बताया जा रहा है की भारत के घरेलू बिक्री में लगभग 16.88 प्रतिशत की बढ़ोतरी को देखा गया है. अब ये बढ़कर 1.568 करोड़ तक पहुचं चुकी है. रिपोर्ट के मुताबिक साल 2023 में घरेलू कार की बिक्री में इजाफा देखा गया है घरेलू कार की बिक्री अब 26.7 से बढ़कर 38.9 तक पहुंच चुकी है.