दुनिया की अर्थव्यवस्था अमेरिकन डॉलर के इर्द-गिर्द घूमती रहती है। लेकिन समय के साथ डॉलर की मांग भी घट रही है। ग्लोबल मार्केट में दूसरी करेंसी भी अपने पैर जमाने में लगी हैं। इसमें भारतीय रुपया भी शामिल है।
इंटरनेशनल ट्रेड में भारतीय रुपए का जलवा लगातार बढ़ रहा है. भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले साल जुलाई में भारतीय रुपए में क्रॉस बॉर्डर ट्रेड ट्रांजैक्शन पर दिशा निर्देश जारी किए थे, उसके बाद से दुनिया के 18 देश भारत के साथ रुपए में कारोबार करने पर विचार कर रहे हैं. भारतीय रुपए के इस बढ़ते जलवे की वजह से इसे इंटरनेशनल करेंसी का दर्जा दिया जा सकता है.
जानना जरूरी है क्या रुपया कभी डॉलर वाली ताकत हासिल कर पाएगा? क्या हैं मौजूदा हालात और चुनौतियां
ग्लोबल ट्रेड में अब तक डॉलर की बड़ी हिस्सेदारी रही है और दुनिया के अधिकतर देश एक दूसरे से सामान खरीदने बेचने के लिए डॉलर का इस्तेमाल करते हैं. दुनिया के कई देशों ने इंटरनेशनल ट्रेड के लिए रुपए का इस्तेमाल करने में दिलचस्पी ली है और इसके सेटलमेंट के प्रोसेस को आसान बनाने की मांग की है.
भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल में ही 60 स्पेशल रूपी वोस्ट्रो अकाउंट बनाने की मंजूरी दे दी है. रूस और श्रीलंका जैसे देशों से रुपए में इंटरनेशनल ट्रेड हो सकेगा. भारत के वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड़ ने संसद में बताया है कि भारत के केंद्रीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने घरेलू और विदेशी AD के रूप में वोस्त्रो अकाउंट खोलने की मंजूरी दे दी है.
इसके बाद दुनिया के 18 देशों से भारत का करोबार $ की जगह रुपए में किया जा सकेगा. केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री ने बताया कि इंटरनेशनल ट्रेड में डॉलर की जगह रुपए को बढ़ावा देने के मामले में रूस सबसे आगे है.
वित्त मंत्री ने बताया कि भारत ने निर्यात बढ़ाने के लिए लोकल करेंसी में ट्रेड को बढ़ावा देने की कई योजनाएं तैयार की है. भारत के साथ रुपए में ट्रेड करने में जिन देशों ने दिलचस्पी ली है उनमें रूस, सिंगापुर, श्रीलंका, वोत्स्वाना, फ़िजी, इसराइल, केन्या, मलेशिया, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, ओमान और ब्रिटेन जैसे देश शामिल हैं.
पिछले कुछ समय में इंटरनेशनल ट्रेड को भारतीय रुपए में सेटल करने की मशीनरी तेजी से विकसित हो रही है और दुनिया के 18 देशों का इसमें इंटरेस्ट लेना यह दिखाता है कि रुपए की धमक लगातार बढ़ रही है. पिछले 6 महीने में दुनिया के 8 देशों ने 50 स्पेशल रूपी वोस्त्रो अकाउंट खोला है. इस तरह का कारोबार करने वाले देश नई मशीनरी की तरह के तहत अधिकृत बैंक के साथ भारत में वोस्त्रो अकाउंट खोल सकते हैं और अपने देश के बैंक के साथ ट्रेडिंग कर सकते हैं.