Gyanvapi Conflict: आपको बतादें, कि ज्ञानवापी मस्जिद के लिए हाल ही में एक बड़ा फैसला सुनाया गया था. जिसमें कि मस्जिद के अंदर व्यासखाने के अंदर हिंदू भक्तों को पूजा पाठ करने की सहमति वाराणसी कोर्ट के द्वारा दी गई थी. ऐसे में मस्जिद के अदंर जब हिंदू भक्तों को पूजा अर्चना करने का फैसला सुनाया गया. उसके बाद से मुस्लिम पक्ष के अदंर इस फैसले से गुस्सा बना हुआ है. जहां पर मुस्लिम पक्ष के लोगों ने वाराणसी कोर्ट के इस फैसले को रोकने के लिए सूप्रीम कोर्ट में याचिका दर्ज कराई. आपको बतादें, कि सूप्रीम कोर्ट ने इसके लिए मुस्लिम पक्ष को इलाहबाद हाई कोर्ट जानें की सलाह दी थी. जिसके बाद मुस्लिम पक्ष हाई कोर्ट जा पहुंचा. हाई कोर्ट में अपनी याचिका को दर्ज कराने के बाद कोर्ट ने हिंदू भक्तों के हित में फैसला दिया. जहां पर वाराणसी कोर्ट के आॅर्डर को सही करार दिया गया. हाई कोर्ट की तरफ से से ये साफ तौर पर जाहिर कर दिया गया कि मस्जिद के अंदर मौजुद व्यासजी तहखानें में अब से हिंदू भक्तों को पूजा अर्चना करने का पूरा अधिकार है. जहां पर अब हिंदू भक्त अपने भगवान की पूजा के लिए जा सकते है.
अब ऐसे में आईएमसी के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान का इस बात पर बड़ा बयान सामने आया है. जिसमें उन्होनें मस्जिद को लेकर के कहा है, कि वे ज्ञानवापी मस्जिद को बाबरी मस्जिद की तरह से शहीद नही होने देने वाले है. आपको बतादें, कि तौकीर रजा के इस बयान में उन्होनें 3000 मस्जिदों की लिस्ट के बारें में भी चर्चा की है. जहां पर उन्होनें कहा है, कि उन्हें देश की कोर्ट पर भी कोई भरोसा नही है. तौकीर रजा ने बताया है कि देश के अंदर मौजुद 3000 मस्जिदों की लिस्ट को तैयार कर दिया गया है. इसके साथ ही में वे ज्ञानवापी मस्जिद को बाबरी मस्जिद की तरह से शहीद नही होने देने वाले है.