Silent Brain Stroke: आज कल लोगों में ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बेहद तेजी से बढ़ने लगा है, जहां पर बिना किसी लक्षण के ही ये ब्रेन स्ट्रोक लोगों को नुकसान पहुंचा रहा है. दरअसल, ब्रेन स्ट्रोक में लोगों के ब्रेन में पर्याप्त मात्रा में आॅक्सीजन नही पहुंच पाती है. जिसकी वजह से मांइड में ब्लीडिंग होना शुरू हो जाती है.इसके साथ ही कुछ केस में दिमाग की नसों में क्लाॅटिंग की खबर भी सामने आती है. ऐसे में बेहद जल्द ही इंसान का ब्रेन डैमेज हो जाता है. इसको ब्रेन स्ट्रोक कहा जाता है.
आमतौर पर इस बीमारी के लक्षण नजर में नही आ पाते है. इसके साथ ही ब्रेन स्कैन के जब हम कराने जाते है. तो इसमें हमारे दिमाग के अगर कुछ या कोई टिशु डैमेज होते है, तो वे नजर आ जाते है. जिसके कारण से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है. आज के टाइम पर देखा गया है, कि लोगों में इसके लक्षण नजर नही आते है. विज्ञान की भाषा में इसे इलेंट सेरेब्रोवास्कुलर एक्सीडेंट के नाम से जाना गया है. आज के इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसी ही उपायों के बारें में बतानें जा रहे है, जिनकी मदद से आपको इस बीमारी से बचनें में मदद मिलने वाली है. तो आइए जानते है.
इन तरीकों से करें बचाव
बीपी को संतुलित रखें
आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि जिन भी लोगों का बीपी अक्सर हाई रहता है, उनमें इस ब्रेन स्ट्रोक का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है. जिससे बिना किसी भी लक्षण के उन्हें ब्रेन डैमेज हो जाता है. तो इसके लिए जरूरी है, कि आप डाॅक्टर से समय समय पर अपने बीपी को चेक कराते रहें. इसके साथ ही बीपी की दवाईयों को ना छोड़े.
नमक का सेवन करें कम
बता दें, अगर आपको खाने में नमक की मात्रा अधिक पंसद है, तो ये आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. जहां पर नमक ज्यादा खाने से सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है. जिससे बीपी हाई हो सकता है. ऐसे में नमक का सेवन कम ही करना चाहिए.
कोलेस्ट्राॅल को कंट्रोल में रखें
जैसे ही आपके शरीर में बैड कोलेस्ट्राॅल की मात्रा बढ़ जाती है, तो आपके हार्ट की आर्टरीज ब्लाॅक हो जाती है. जिससे आपकी बाॅडी में पर्याप्त मात्रा में आॅक्सीजन नही पहुंच पाती है. ऐसे में ब्रेन स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है. जरूरी है, कि आप अपनी डाइट में तेल से भरी चीजों का सेवन ना करें.