जन्म-जन्म का साथ, सातों वचनों को निभाने की कसमें, हर जन्म में एक ही जीवनसाथी मिलने की दुआएं, साथ जीने-मरने की बातें, भारत के कपल्स में ये कसमें-वादे सालों से चले आ रहे हैं। लेकिन सच्चाई ये है कि हम इन वादों को निभाने वाले भी हैं। जी हां, भारत में शादी एक नहीं, सात जन्मों का साथ माना जाता है। आधुनिकता की दौड़ में देश के लोग भले ही बेहद आगे निकल रहे हैं, लेकिन शादी की पवित्रता और उसका महत्व कहीं कम नहीं हुआ है। बात साफ है भारत आधुनिकीकरण के साथ-साथ संस्कार को अपनाए रखने वाला देश है। यहां हम ऊंचाइयों पर पहुंचकर भी अपनी जड़ों से जुड़े रहते हैं। हम रिश्तों को बेहद महत्व देते हैं और शायद यही कारण है कि भारत में तलाक दर मात्र एक प्रतिशत है। इसका एक प्रमुख कारण ये है कि यहां शादी दो इंसानों का ही नहीं दो परिवारों का मिलन है। हैरानी की बात ये है कि विकसित देशों में ये दर चैकाने वाले स्तर पर पहुंच गई है। कुछ देशों में ये 80 प्रतिशत से भी ज्यादा है, जो कहीं न कहीं सामाजिक विघटन का कारण बन रहा है। लेकिन भारत अब तलाक दर में आगे बड़ रहा हैं
जब दो लोग अपने रिश्ते से खुश नहीं रहते तो ऐसी स्थिति में तलाक ही एक विकल्प बचता है. तलाक के पीछे कई कारण हो सकते हैं. वैसे तो लड़ाई-झगड़े हर रिश्ते में होते हैं लेकिन जब लोगों के बीच मनमुटाव हर समय बरकरार रहता है तो कई बार लोग एक-दूसरे से अलग होने का फैसला कर लेते हैं. आइए जानते हैं किन कारणों से आ जाती है तलाक की नौबत
तलाक के पीछे जिम्मेदार होते हैं ये कारण
ये चीजें करती हैं लोगों को तलाक लेने के लिए मजबूर
एक हेल्दी रिलेशनशिप में लड़ाई-झगड़े होना काफी आम होता है. कहा जाता है कि नाराजगी और लड़ाई-झगड़ों की वजह से रिश्तों में प्यार बरकरार रहता है. लेकिन कई बार ये लड़ाई-झगड़े काफी ज्यादा बढ़ जाते हैं और नौबत तलाक तक पहुंच जाती है. बीते कुछ सालों में भारत में तलाक के मामले काफी ज्यादा बढ़ने लगे हैं. हर किसी की तलाक की अपनी वजहें हो सकती हैं लेकिन कुछ बातें ऐसी हैं जो अधिकतर रिश्तों के टूटने की वजह बनती हैं.
कई बार तलाक का कारण परिस्थितियां भी हो सकती हैं. जब कपल्स को यह लगने लगता है कि उन्होंने अपने पार्टनर के लिए सब कुछ कर दिया लेकिन फिर भी उनमें कोई बदलाव नहीं आया तो ऐसी स्थिति में लोग अपनी शादी को खत्म करने के बारे में सोचने लगते हैं. आज हम आपको उन्हीं में से कुछ कारणों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी वजह से लोग एक-दूसरे से अलग हो जाते हैं.
एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर- रिलेशनशिप में रहते हुए जब कोई व्यक्ति किसी और के साथ रिश्ता बनाता है तो उसे एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर कहा जाता है. ऐसे लोगों पर दोबारा से भरोसा करना बहुत मुश्किल होता है. बहुत से तलाक के पीछे एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर ही सबसे बड़ा कारण होता है.
फाइनेंस को लेकर दिक्कत- तलाक के बहुत से मामलों में पैसा भी एक बड़ा कारण होता है. जब दो लोगों में से कोई एक ज्यादा या कम कमाता है तो इससे सामने वाले के मन में हीन भावना आने लगती है जिससे भी कई बार रिश्तों में खटास आ जाती है. कई बार रिलेशनशिप में एक व्यक्ति काफी खर्चीला होता है जबकि दूसरे व्यक्ति को सेविंग्स का ख्याल ज्यादा रहता है. ऐसे में खर्चों पर बैलेंस ना बन पाने के कारण भी रिश्तों में कड़वाहट बढ़ने लगती है.
कम्यूनिकेशन प्रॉब्लम्स- बहुत से मामलों में तलाक का एक कारण दो लोगों के बीच किसी बात को लेकर बहुत ज्यादा बहस और एक-दूसरे से अपने मन की बात ना कह पाना होता है. यह कम्यूनिकेशन प्रॉब्लम घर, जिम्मेदारी या किसी और वजह से भी हो सकती है.
ज्यादा उम्मीदें- किसी भी रिलेशनशिप को जब समय ज्यादा हो जाता है तो लोग एक-दूसरे से उम्मीदें लगाना शुरू कर देते हैं. कई बार उम्मीदें पूरी ना होने पर रिश्तों में कड़वाहट पैदा हो जाती है. यह भी तलाक के बड़े कारणों में से एक है.
सेल्फ रिस्पेक्ट- जब दो लोग साथ रहना शुरू करते हैं तो सभी तरह की बातें, हंसी, दुख शेयर करते हैं. इससे दोनों एक-दूसरे के साथ काफी फ्री हो जाते हैं. ऐसे में कई बार एक व्यक्ति कुछ ऐसी बात कह देता है जिससे सामने वाले के दिल को ठेस पहुंचती है. कई बार पति या ससुराल पक्ष की तरफ से बार-बार बेइज्जत होने के कारण अक्सर महिलाएं इस तरह के फैसले लेने पर मजबूर हो जाती हैं.
फैमिली की जिम्मेदारियां- बहुत से कपल्स के बीच तलाक का एक मुख्य कारण परिवार की जिम्मेदारियां है. फैमिली में पति-पत्नी के अलावा बच्चे भी होते हैं और जब दोनों ही पति-पत्नी वर्किंग होते हैं तो उन्हें बहुत सी चीजों को खुद ही मैनेज करना पड़ता है जैसे कि घर की साफ-सफाई, खाना बनाना, बच्चों की जिम्मेदारी आदि. ऐसे में जब साथ में मिलजुलकर जिम्मेदारियों को नहीं बांटा जाता तो इससे रिश्ते में कड़वाहट आने लगती है और कई बार बात तलाक तक पहुंच जाती है.
मानसिक स्थिति सही न होना
कई बार अरेंज मैरिज में यह देखा गया है कि पति (Husband) या पत्नी (Wife) की मानसिक स्थिति सही नहीं रहती है. अरेंज मैरिज में घर वालों द्वारा शादी करवाने के बाद पता चलता है कि पार्टनर, मानसिक रूप से कमजोर है. जिसकी वजह से वह कई तरह के गलत क्रियाकलाप करता है जिसके कारण तलाक की स्थिति बन जाती है.
डिप्रेशन भी तलाक का कारण_आज डिप्रेशन तलाक का एक मुख्य कारण बन गया है आज का युवा जहां पर बेरोजगार है परेशान है तो वह डिप्रेस्ड हो जाता है और अपने रिश्ते को संभालने में असहाय हो जाता है कई वजह यह भी रही है कि महिलाएं डिप्रेशन से परेशान हो जाती है पुरुष हो या महिला हो दोनों ही डिप्रेशन से परेशान होते हैं और वह एक दूसरे का साथ नहीं चाहते इसकी वजह से भी कई बार तलाक हो जाते हैं!! आज के समय में डिप्रेशन एक आम बात हो गई ह।।
दोस्तों आपको सुनकर बड़ा आश्चर्य होगा कि आज के युग में इंटरनेट भी तलाक का बड़ा कारण बन गया हैं ।।कही बार ऐसा सुनने को मिलता हैं की आज की दुनिया में whtsapp फेसबुक भी तलाक की वजह बन गया हैं।।
आजकल दूसरे धर्म में शादी के कारण भी तलाक के मामलों में वृद्धि देखने को मिली है. कई बार ये देखा गया है कि दूसरे धर्म में शादी करने के बाद पार्टनर पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया जाता है या हमेशा एक दूसरे के धर्म को लेकर बहस बनी रहती है. जिसके कारण आगे चलकर साथ रहना मुश्किल हो जाता है और अंततः तलाक की नौबत आ जाती है.
शराब का सेवन
नशे को नाश का कारण माना जाता है. कई मामलों में देखा गया है की शराब के सेवन के कारण तलाक की नौबत आ जाती है. इसलिए अगर आप भी शराब का नियमित सेवन कर रहे हैं तो इसे आज ही बंद कर दीजिए
तलाक से गुजरने वाला जोड़ा क्या-क्या सहता है, इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। ये दौर इतना मुश्किल होता है कि व्यक्ति भावनात्मक रूप से पूरी तरह से टूट जाता है।
ओर कही बार वह अपने लिए मौत को चुन लेता हैं