क्या आपने कभी सोचा है की दो एकड़ जमीन में भी कोई 92 किस्म की फसलें उगा सकता है। अगर नहीं सुना तो आज हम आपको बताएंगे इस बेहतरीन व्यक्तित्व के बारे में। ये कहानी है तेलंगाना के जहीराबाद की लक्ष्मीअम्मा की। लक्ष्मीअम्मा उन किसानों में से है जो दो एकड़ जमीन में सिंचाई की सुविधा शून्य होने के बावजूद 92 किस्म की फसलें उगा रही है। लक्ष्मीअम्मा का ये काम एक बड़ा रिकॉर्ड है। शायद इतनी कम जमीन में बिना सिंचाई साधन के 92 फसलें उगाना एक विश्व रिकॉर्ड बनकर उभर सकता है। देश के लोगों को लक्ष्मीअम्मा के बारे में जानना जरूरी है क्योंकि भले ही उनका ये काम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज अब तक नहीं हुआ हो परंतु देश के लिए यह गौरव की बात है।
लक्ष्मीअम्मा हरा चना, रागी, कोदो, कुटकी से लेकर मटर, राजमा, काला चना, काबुली चना जैसी लगभग सभी फसलें उगा लेती है। लक्ष्मीअम्मा सभी मोटे अनाज उगा लेती है। हैरानी की बात ये है कि लक्ष्मीअम्मा जितनी फसलें उगाती हैं उन सभी फसलों के बारे में विस्तार से ज्ञान भी रखती है।
आज हमारे देश में बहुत से किसान जैविक खेती करके बुलंदियों को छू रहे है। लक्ष्मीअम्मा से बात करने पर पता चलता है कि जैविक खेती हमारे देश का भविष्य है और इससे प्रत्येक किसान मोटा पैसा कमा करके अपनी स्थिति मजबूत कर सकता है।
इस सफलता को सुनने के बाद लक्ष्मीअम्मा को पूरी दुनिया से तारीफ मिल रही है। जहीराबाद जिले के छोटे से गांव पस्तापुर में सिंचाई की सुविधा के अभाव में जैविक खेती से नाम कमाने वाली लक्ष्मीअम्मा काफी बार अंतर्राष्ट्रीय मंच पर जा चुकी है। नॉर्विच और लंदन में जाकर बहुत सी प्रेस कॉन्फ्रेंस में लक्ष्मीअम्मा भारत का नाम रोशन कर चुकी हैं।
डेक्कन डेवलपमेंट सोसायटी के साथ लंबे समय से जुड़ी हुई लक्ष्मीअम्मा वीडियो कैमरा चलाने के लिए भी ट्रेंड में है। बीजाें के संरक्षण में भी लक्ष्मीअम्मा महारत हासिल कर चुकी है।
पूरे देश में खेती- बाड़ी करने और बड़े से बड़े किसानों का भी यही कहना है कि 3 एकड़ जमीन में 60 तरह की फसल उगाने वाले लोगों के बारे में तो उन्होंने सुना है परंतु 2 एकड़ की जमीन में 92 तरह की फसलें उगाने वाली लक्ष्मीअम्मा के बारे में सुनकर वो भी हैरान है क्योंकि यह कारनामा करने वाली लक्ष्मीअम्मा देश में ही नहीं दुनिया में में एकमात्र किसान हो सकती हैं।