नई दिल्ली: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने बिहार में एनडीए के साथ सरकार बनाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपना समर्थन देकर उनका एहसान चुकाया है.
एक कार्यक्रम में बोलते हुए, जीतन राम मांझी ने याद किया कि मुख्यमंत्री ने बिहार विधानसभा में कुल 125 वोट हासिल किए थे. उन्होंने दावा किया कि उन्होंने कुमार को चार वोट दिलाने में योगदान दिया.बिहार विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 122 वोटों की जरूरत थी और नीतीश कुमार को 125 वोट हासिल हुए. हमारा योगदान चार वोटों का था. अगर उन 4 वोटों को हटा दिया जाए तो 121 वोट होते, ये सभी मांझी ने कहा.
अगर हम ऐसा नहीं करते तो नीतीश जी की सरकार गिर जाती. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, उन्होंने मुझे मुख्यमंत्री बनाया, इसलिए अब, मैं कह सकता हूं कि मैंने भी अपना एहसान चुकाया है.
मांझी ने आगे कहा कि नीतीश कुमार ने एनडीए में शामिल होकर सही फैसला लिया है. उन्होंने बिहार के लोगों से उनकी सरकार के लिए वोट करने की अपील की और कहा कि वह राज्य में शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लागू करने की दिशा में काम करेंगे.
इस बीच मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री और राजद नेता राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पिछली बार वह अपनी मर्जी से राजद गठबंधन में शामिल हुए थे और इस बार बिना किसी दबाव के अपनी मर्जी से गठबंधन में शामिल हुए हैं.
“महागठबंधन” से नाता तोड़ने के बाद नीतीश कुमार ने नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. यह एक नाटकीय उलटफेर के बाद आया, जब कुमार ने भाजपा के साथ नई सरकार बनाने का फैसला किया.