उत्तर भारत के खाने में रोटियों का एक अलग ही महत्व है. ये हमारें भोजन का एक अहम और जरूरी हिस्सा है. या फिर हम ऐसे भी कह सकते है की रोटियों के बिना उत्तर भारत का भोजन ही अधूरा है. देश में दिन और रात दोनो ही पहरों में रोटियों का सेवन मुख्य है. लोगों का ऐसा मानना है की रोटी को खाने से मोटापा नही बढ़ता है. लेकिन क्या आप जानते है की हमें दिन में कितनी रोटियों को सेवन करना चाहिए? अगर नही तो यहां जानलीजिए, यहां हम आपको बताएगें की आपको दिन में कितनी रोटी खानी चाहिए. तो चलिए जानते है.
लोगों का ऐसा मानना है की चावल के मुकाबले में रोटी ज्यादा फायदेमंद होती है. रोटी को खाने से मोटापा नही बढ़ता है. जिसके कारण लोग बिना सोचे समझें रोटियों का सेवन करते है. वहीं अगर आप एक्सपर्ट्स की राय लेते है तो वो इस बात को गलत क्लेम करते है. घरों में बड़े बुढों का ये मानना है की रोटियों को कभी भी गिन कर नही खाना चाहिए. क्योंकि इसकी वजह से जितनी भी रोटियां आप खाते है वो आपके शरीर के लिए फायदेमंद नही होती है.
लेकिन अगर आप पहले जमाने की बात करते है तो आपको बतादें की पहले के वक्त में प्रदुषण काफी कम हुआ करता था. इसके साथ ही उस समय के खाने में किसी भी प्रकार का कोई केमिकल्स इस्तेमाल नही किया जाता है. आपको बतादें की ऑर्गेनिक खाद की मदद से ऑर्गेनिक फसल को उगाया जाता था. आल कल के समय में जिन तरीकों से फसल की पैदावार की जा रही है उससे लोगों को काफी नुकसान पहुंच रहा है.
आपको बतादें की रोटी का सेवन कैलोरी के मुताबिक करना चाहिए. डाॅक्टर के मुताबिक, दिन में 2 रोटियों और रात में दो रोटियों का सेवन कर सकते है.