संयुक्त राज्य अमेरिका के सीनेट ने बुधवार पर भारतीय मूल के रवि चौधरी को ऊर्जा, प्रतिष्ठान और पर्यावरण के लिए वायु सेना के सहायक सचिव के रूप में पुष्टि की। चौधरी वायुसेना के सहायक सचिव के रूप में सेवा देने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी होंगे। रवि एयरफोर्स में ऊर्जा, इंस्टॉलेशन और पर्यावरण संबंधी मामलों की जिम्मेदारी निभाएंगे। सीनेट में हुई वोटिंग के दौरान चौधरी के पक्ष में 65 वोट पड़े। 29 सदस्यों ने उनके खिलाफ वोट डाला। उन्हें पेटागन (अमेरिकी सेना मुख्यालय) में टॉप सिविलियन लीडरशिप के पदों में से एक पद मिला है।
कौन है रवि चौधरी।
चौधरी ने जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी डीएलएस प्रोग्राम से कार्यकारी नेतृत्व और नवाचार में विशेषज्ञता वाले डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की है। NASA ग्रेजुएट फेलो के रूप में उन्होंने सेंट मैरी विश्वविद्यालय से औद्योगिक इंजीनियरिंग में एम.एस. की डिग्री ली है। उन्होंने एयर यूनिवर्सिटी से ऑपरेशनल आर्ट्स और मिलिट्री साइंस में एम.ए. किया है। इसके साथ ही यूएस एयर फोर्स एकेडमी से उन्होंने एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में बी.एस. की पढ़ाई की है। उन्होंने संघीय कार्यकारी संस्थान से स्नातक किया है।
रवि चौधरी इसके पहले अमेरिकी परिवन विभाग में सीनियर एक्जीक्यूटिव के रूप में अपनी सेवा दे चुके हैं। इस विभाग में वह एडवांस प्रोग्राम एवं इनोवेशन के निदेशक थे। वह फेडरल एविएशन एडमिनिट्रेशन (FAA) आफिस में कॉमर्शियल स्पेश ऑफिस से भी जुड़े हुए थे। एफएए के कॉमर्शियल स्पेस ट्रांर्सपोर्टेशन मिशन में रवि ने कई विकास एवं रिसर्च से जुड़ी परियोजनाओं को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
इराक में हो चुकी है तैनाती
साल 1993 से 2015 तक अमेरिकी वायु सेना में सेवा देने वाले चौधरी इस दौरान ऑपरेशनल, इंजीनियरिंग एवं सीनियर स्टॉफ असाइनमेंट से जुड़ी अपनी अलग-अलग भूमिकाएं निभाईं। इन्होंन परिवहन विमान सी-17 को उड़ाया। साथ ही अफगानिस्तान, इराक सहित कई जगहों पर अभियानगत उड़ानों को अंजाम दिया। इराक में इनकी ग्राउंड तैनाती भी हुई थी