अक्सर लोग शराब को मज़े मज़े में पीने लग जाते है और उन्हें पता भी नहीं लगता कब उन्हें इसकी आदत लग जाती है अगर आप भी शराब रोज़ रोज़ पीते है तो यह खबर आपके लिए है। अल्कोहलिक हेपेटाइटिस लीवर की सूजन की बीमारी है जो बहुत अधिक शराब पीने के कारण होती है. इसमें फ्लूड जमा होने लगता है जिसके कारण पेट बड़ा हो जाता है. इसके अलावा पीली आंखें, बुखार, थकान और भूख न लगना जैसे लक्षण इस बीमारी के लिए रेड सिगनल है।
शरीर में दिखे ये दिखे सिग्नल तो छोड़ दे शराब का सेवन।
लिवर पर पड़ता है बुरा असर
शराब पीने से लीवर पर काफी बुरा असर पड़ता है और लीवर अपना काम ठीक से नहीं कर पाता है. खास बात ये है कि लीवर में दिक्कत होने का पता नही चलता ना ही दर्द होता है और शराबी को पता नहीं लगता है कि उसे क्या दिक्कत है. इसका पता तभी लग पाता है जब जांच के लिए डॉक्टर के पास जाते हैं. इसलिए ज्यादा एल्कोहल पीने वाले लोगों को ऐसी जांच करवाते रहना चाहिए.
किडनी पर असर
शराब का बुरा असर किडनी पर भी पड़ता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, शराब पीने से दिमाग उस हार्मोन को प्रभावित करता है जो किडनियों को अधिक मात्रा में यूरिन बनाने से रोकता है. इसी वजह से शराब पीने पर बार-बार पेशाब के लिए जाने की जरूरत महसूस होती है. लंबे समय तक ऐसी स्थिति रहने पर किडनी खराब भी हो सकती है.
दिमाग पर असर
लीवर अपना काम शुरू करते हुए बहुत सारे एल्कोहल को नष्ट कर देता है और शरीर पर होने वाले इस प्रभावों को भी कम करने का काम करता है. लेकिन, जिन तत्वों को लीवर तोड़ नहीं पाता है वो तत्व सीधे दिमाग तक पहुंच जाते हैं. ऐसे में कुछ ही मिनटों में दिमाग पर शराब का असर होने लगता है.
पेट पर असर
पेट पर भी शराब का गहरा असर पड़ता है। शराब पीने के करीब बीस मिनट के भीतर ही पेट पड़ा खाना अपना असर खोने लगता है। खाने में जो पोषक तत्व होते हैं वे भी शराब पीने के कारण शरीर को फायदा नहीं देते। इससे धीरे-धीरे शरीर में विटामिन की भी कमी होने लगती है।