जम्मू कश्मीर के राजौरी में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच लगभग 10 घंटे से मुठभेड़ जारी है। इस मुठभेड़ में सेना के 5 जवान शहीद हो गए हैं जबकि एक जवान का इलाज अभी भी जारी है। इस मुठभेड़ में कुछ आतंकियों के भी मारे जाने की खबर है। हालांकि, आंकड़े अब तक नहीं आए हैं। सुरक्षा के लिहाज से पूरे इलाके में इंटरनेट सेवा को फिलहाल बंद कर दिया गया है। सुरक्षा बल लगातार इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। खराब मौसम के बीच यह मुठभेड़ हो रही है।
इसी़ दौरान आतंकियों ने ब्लास्ट कर दिया और जवान ब्लास्ट की जद में आ गए
इस बीच राजौरी में मोबाइल इंटरनेट सर्विस पर रोक लगा दी गई है।
शुरुआत में मुठभेड़ में दो जवान के शहीद होने की खबर थी और 4 घायल बताए गए थे। इन्हें हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया था। इलाज के दौरान तीन और जवानों ने दम तोड़ दिया था।
पुंछ में 20 अप्रैल को सेना के ट्रक पर हमला करने वाले आतंकियों के खात्मे के लिए आर्मी सर्च ऑपरेशन चला रही है। आतंकियों के राजौरी में छिपे होने का इनपुट मिलने के बाद आर्मी ने कांडी के जंगलों में 3 मई को सर्च ऑपरेशन शुरू किया था, इसके 2 दिन बाद यानी शुक्रवार को सेना और आतंकियों का सामना हुआ। एनकाउंटर देर रात तक जारी रहा।
उधर, गोवा में शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई। इसके बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो को आतंकवाद का प्रमोटर, प्रोटेक्टर और टेरेरिज्म इंडस्ट्री का प्रवक्ता बताया। इससे पहले बिलावल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आर्टिकल 370 खत्म करने के भारत के फैसले को गैरकानूनी बताया था।
बिलावल भुट्टो जरदारी को लेकर पूछे गए सवाल पर जयशंकर ने कहा, ‘SCO सदस्य देश के विदेश मंत्री के तौर पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री के साथ बाकी सदस्य देशों के विदेश मंत्री की तरह ही व्यवहार किया गया। लेकिन आतंकवाद के प्रोमोटर, प्रोटेक्टर और आतंकवाद उद्योग के प्रवक्ता के तौर पर उनकी(पाकिस्तान) पोजिशन को काउंटर किया गया, और ये SCO मीटिंग के दौरान भी हुआ।
इससे पहले बिलावल ने कहा कि कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा छीनकर भारत ने बातचीत के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जयशंकर ने गुरुवार को चीन और रूस के विदेश मंत्रियों के साथ और शुक्रवार को कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और किर्गिजस्तान के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय चर्चा की। हालांकि 2 दिन तक चली SCO मीटिंग में पाकिस्तान के साथ भारत की कोई द्विपक्षीय चर्चा नहीं हुई।