India Export Rate Increasing:चीन वैश्विक बाजार के लिए अंतिम उत्पादन केंद्र की तरह है। चाहे वह अमेरिका हो, यूरोप हो या कोई अन्य बाज़ार, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ज्यादातर चीन ही बनता हैं। लेकिन हाल ही में, चीन धीरे-धीरे दुनिया की फ़ैक्टरी का खिताब खोने लगा है। उदाहरण के लिए, iPhone पिछले साल की तुलना में इस साल भारत से iPhone निर्यात में भारी वृद्धि हुई है।
भारत ने इस साल अगस्त तक मोबाइल फोन निर्यात में जबरदस्त रिकॉर्ड कायम कर मेक इन इंडिया पहल में न बृद्धि की है। इंडियन सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) के मुताबिक इस साल भारत ने अपना निर्यात प्रक्टिकली दोगुना कर 5.5 अरब डॉलर (लगभग 45,700 करोड़ रुपये) तक कर लिया है। आपको बता दें कि अप्रैल से अगस्त 2023 तक, भारत से मोबाइल फोन निर्यात का मूल्य लगभग 3 बिलियन डॉलर (लगभग 24,850 करोड़ रुपये) दर्ज हुआ है।
भारत को वित्त वर्ष 2022-23 में भारी मात्रा में मोबाइल फोन निर्यात करने का अनुमान था। जो कि लगभग 90,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। जबकि यह आंकड़ा पिछले वित्तीय वर्ष से दोगुना है। सरकार द्वारा 2025-26 तक इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण से 300 अरब डॉलर (लगभग 2,493 अरब रुपये) कमाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें 120 अरब डॉलर (लगभग 9,974 अरब रुपये) का एक हिस्सा निर्यात से आने की उम्मीद कि जा रही है। अनुमान है कि 2025-26 तक मोबाइल निर्यात 50 अरब डॉलर (लगभग 4,156 अरब रुपये) को पार कर जाएगा।
आईसीईए के अध्यक्ष पंकज मोहिन्द्रू के अनुसार, भारत में मोबाइल फोन निर्यात में 80% से अधिक की भारी वृद्धि देखी गई है। मोहिन्द्रू ने बताया कि भारत वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं (जीवीसी) के लिए शीर्ष विकल्प बनने के लिए काफी प्रयास कर रहा है और अब तक की प्रगति आशाजनक रही है।
ICEA की रिपोर्ट के मुताबिक 2023 फाइनेंशियल ईयर में टेक दिग्गज कंपनी ऐपल ने सैमसंग को पछाड़ दिया है, आपको बता दें कि सैमसंग पिछले साल का सबसे बड़ा मोबाइल यूजर था। इस साल 15 सीरीज की बिक्री सबसे ज्यादा हुई है। जबकि 14 सीरीज कि बिक्री कम हुई है। इस साल की पहली एप्पल शिपमेंट में 68 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।