कारों को सेफ्टी रेटिंग देने वाली संस्था ग्लोबल NCAP ने मंगलवार को चार कारों की क्रैश टेस्ट रिपोर्ट जारी की हैं। इनमें देश में बिक्री के मामले में हर महीने टॉप 10 में रहने वाली मारुति सुजुकी की ऑल्टो K10 को पांच में से दो और वैगनआर को सिर्फ एक स्टार ही मिला है। फॉक्सवैगन की वर्टस और स्कोडा की स्लाविया को 5 स्टार रेटिंग मिली हैं।
मारुति सुजुकी ने कुछ समय पहले ही अपनी नई Alto K10 को लॉन्च किया था। यह कार दिखने में काफी खूबसरत और कई अच्छे फीचर्स समेत दमदार इंजन से लैस है। लेकिन अभी हाल ही में ग्लोबल NCAP ने नई ऑल्टो K10 का क्रैश टेस्ट किया, और टेस्ट में यह कार बुरी तरह फेल साबित हुई है।
क्या है ग्लोबल एनसीएपी टेस्टिंग ?
ग्लोबल एनसीएपी किसी वाहन को उनकी सेफ्टी के आधार पर 0 से 5 अंकों के बीच रेटिंग देता है. 5 स्टार रेटिंग पाने वाले वाहनों को लोगों के लिए सबसे सुरक्षित माना जाता है. Global NCAP के क्रैश टेस्ट के अनुसार, ऑल्टो के10 ने सामने से दुर्घटना होने पर व्यस्क व्यक्ति की छाती से सिर तक चोट के मामले में औसत प्रदर्शन किया. लेकिन बगल से टक्कर होने पर छाती पर चोट के मामले में इसकी सुरक्षा कमजोर है।
ग्लोबल NCAP के क्रैश टेस्ट को नहीं मानती मारुति।
मारुति सुजुकी इंडिया के सीनियर एग्जीक्यूटिव ऑफिसर शशांक श्रीवास्तव कार की सेफ्टी को लेकर कह चुके हैं कि NCAP के जरिए कार को सेफ्टी रेटिंग दी जाती है। ये इंडियन कंडीशन्स के हिसाब से नहीं है, इसलिए मारुति इसे सही नहीं मानती। भारत का रेटिंग सिस्टम ही सही तरह से कार को रेट कर पाएगा।
ऑल्टो वैगेनार से ज्यादा सेफ।
क्रैश टेस्ट में ऑल्टो K10 की बॉडी शैल इंटीग्रिटी स्टेबल पाई गई है। यानी सेफ्टी के मामले में यह कार वैगनआर से ज्यादा सेफ है। इस कार के जिस वैरिएंट का क्रैश टेस्ट किया गया, उसमें वैगनआर के समान ही ABS, डुअल एयरबैग, EBD, सीट बेल्ट प्रीटेंशनर विथ लोर्ड लिमिटर और सीट बेल्ट रिमाइंडर ड्राइवर एंड को ड्राइवर जैसे फीचर्स दिए गए थे।