मुख्यमंत्री उडनदस्ता व स्वास्थ्य विभाग की सयुक्त टीम ने सेक्टर-52 वजीराबाद गांव के झील चौक पर चल रहे 16 बैड के फर्जी अस्पताल पर छापेमारी की। इस अस्पताल को 10वीं पास एक डॉक्टर चला रहा था। मौके पर 12वीं पास एक व्यक्ति और महिला मरीजों का इलाज करते पाए गए। मुख्यमंत्री उड़नदस्ता टीम की शिकायत पर सेक्टर-53 थाना पुलिस नेशनल मेडिकल अधिनियम 2019 की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर दिया है।
मुख्यमंत्री उड़नदस्ता की टीम ने की अस्पताल पर छापेमारी।
मुख्यमंत्री उड़नदस्ता की टीम को सूचना मिली की वजीराबाद गांव के झील चौक पर मैडिवर्सल अस्पताल अवैध रूप से चलाया जा रहा है। सूचना के आधार पर उड़नदस्ता की टीम ने पूरे मामले की जांच पड़ताल की। कई दिनों तक अस्पताल के आसपास खुफिया रूप से भी जांच की गई।
पुख्ता सूचना होने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को लेकर मुख्यमंत्री उड़नदस्ता की टीम ने अस्पताल पर छापेमारी की। मौके पर नूंह जिला के गांव नानोता का रहने वाला जूनेद और उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाली प्रिया मिले। प्रिया फिलहाल कन्हैई गांव में किराए पर रहती है।
खुद दवाई लिखकर फर्जी डॉक्टर की लगाता था मोहर।
फर्जी डॉक्टरों द्वारा मरीजों का इलाज किया जा रहा था। इनसे अस्पताल, लैब व मेडिकल स्टोर चलाने संबंधी कोई कागजात नहीं मिला। अस्पताल चलाने में किसी भी प्रकार का कोई सर्टिफिकेट/परमिशन नहीं ली गई थी। अस्पताल में जनरल वार्ड, प्राइवेट रूम, लैब, टैस्ट उपकरण व आईसीयू बैड, दवाइयां व ओटी/लेबर रूम इमरजेंसी आदि के लिये 16 बैड का अस्पताल बनाया हुआ था। अस्पताल के रिसेप्शन पर डा. संजय प्रजापत एमडी फिजिशियन, डा. मोहित एमबीबीएस, मेडिवर्सल अस्पताल व आस्था अस्पताल, दिल्ली-अलवर रोड नजदीक रेलवे फ्लाईओवर सोहना की मोहरें मिलीं। बताया जा रहा है कि जुनेद मरीज आने पर खुद दवाई लिखकर उपरोक्त डाक्टरों की मोहर लगा देता था।