डायबिटीज में शहद का सेवन क्या सही होता है. ऐसे बहुत से लोग है जो चाय और काॅफी में शहद को मिलाकर पिते है. और कई लोग इसे बेकिंग में चीनी की जगह पर इस्तेमाल करते है. आपको बतादें की डायबिटीज में शहद का सेवन एक्सपर्ट्स के मुताबिक काफी अच्छा माना जाता है लेकिन इसके साथ कुछ शर्ते हेाती है.
आपको बतादें की टाइप 2 डायबिटीज से जुझ रहे लोगों को चीनी के सेवन से कोसों दूर रहना चाहिए. स्वीटनर ब्लड शुगर की मात्रा को बढ़ाते है. लेकिन अगर आपका ब्लड शुगर लेवल बिल्कुल मेंटेंन है तो आपको मीठे को पूरी तरह बंद करने की जरूरत नही है.
ऐसे में अगर आप शहद का सही मात्रा में इस्तेमाल करते है तो ये आपकी सेहत के लिए काफी बेहतर साबित हो सकता है. साथ ही इसमें मौजुद एंटी.इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट के गुण भी आपकी शुगर लेवल को मेंटेंन करने में मदद कर सकता है.
क्या है शहद?
शहद यू तो एक नैचुरल स्वीटनर होता है. ठंड के मौसम में मधुमक्खियां अपने छत्ते में शहद को जमा करती है. परंतु ये आम तौर पर चीनी से ज्यादा मीठा होता है. अमेरिका में हुई एक रिसर्च के अनुसार ये पता चला है की एक चम्मच में 60 कैलोरीज और 17 ग्राम कार्ब्स होती है. जिसके साथ ही शहद में कई तरीकें के फाइबर भी पाए जाते है. जैसे आयरन, विटामिन, फोलेट, मैग्नीशियम, पोटैशियम, कैल्शियम.
डाॅक्टर बताते है की टाइप 2 डायबिटीज में शहद और चीनी का सेवन ज्यादा नही करना चाहिए. इससे ब्ल्ड शुगर लेवल बढ़ सकता है जिससे टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को दिक्कतें हो सकती है.
शहद से ब्लड शुगर लेवल में बढ़ोतरी हो सकती है इसलिए डाॅक्टर सलाह देते है की डायबिटीज के मरीजों को शहद और चीनी का सेवन कम से कम करना चाहिए.