हम सब रोज के अपने जीवन में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और इंटरनेट करते है ऐसे हमने बहुत सी बार एक आईपी एडरेस को भी जरूर देखा होगा. दरअसल, ये आईपी एडरेस एक टर्म है जिसका इस्तेमाल यूजर की सिक्योरिटी और प्राइवेसी बनाए रखने में किया जाता है. लेकिन बहुत कम ही लोग इसके बारें में पूरी जानकारी रखते है आज हम यहां आपको बताएगें आईपी एडरेस से जुड़ी तमाम जरूरी बातें. तो चलिए जानते है.
आपको बतादें की इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले हर यूजर को आईपी एडरेस के बारें में पता होना चाहिए. अगर आसान भाषा में इसे समझा जाए तो आईपी एडरेस एक न्यूमेरिक एडरेस होता है. इसके साथ ही आपको बतादें की इंटरनेट से जुड़े हर नेटवर्क और डिवाइस के लिए आईपी एडरेस अलग होता है. जिसे इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर से प्राप्त किया जा सकता है. ये एक आॅनलाइन एडरेस होता है. जिसका यूज इंटरनेट पर बहुत से कामों के लिए किया जाता है.
आईपी एडरेस कैसे बनाता है हैकर का काम आसान
आपको बतादें की आईपी एडरेस की मदद से आसानी से हैकर यूजर की लोकेशन को हैक कर सकता है. किसी भी हैकर के लिए यूजर का आईपी एडरेस जान पाना कोई मुश्किल काम नही है. अगर किसी भी कारण से यूजर का आईपी एडरेस लीक हो जाता हे तो हैकर को आपके बारें में तमाम जानकारियां आराम से हासिल हो सकती है. इसमें आपकी बैंक डिटेल्स भी शामिल है.
क्योंकि डाइरेक्ट किसी की भी जानकारी को हासिल करना एक मुश्किल काम है पर अगर हैकर के हाथ आपका ये आईपी एडरेस लग जाता है तो फिर उसके लिउ आपके बारें मे जानकारी हासिल करना कोई मुयिकल काम नही है. ऐसे में हैकर आपकेा डाइरेक्ट टारगेट कर सकता है.
अगर हैकर आपके आईपी एडरेस को ट्रैक करने में सफल हो जाता है तो फिर वो यूजर के बिहेवियर को समझ कर यूजर ीि जरूरत के अनुसार किसी प्रोडेक्ट को तैयार कर सकता है. यूजर के मात्र किसी भी अंजान लिंक पर क्लिक करने से हैकर को आपकी लोकेशन का पता चल जाता है.