कई बार जब आप पैट्रोल को भरवाने के लिए पेट्रोल पंप जाते है और अपनी कार या फिर बाइक में पेट्रोल डलवाते है तो आपने देखा होगा की टंकी मे जगह बच जाती है. जिसके बाद पेट्रोल पंप के स्टाफ आपको सलाह देते है की आप उसे फिल करालें. परंतु सरकार का कहना है की आप अपने व्हीकल की टंकी को पूरी तरह से ना भरवाए. ऑटो कट के बाद अपने व्हीकल में और ज्यादा पेट्रोल या डीजल ना डलवाए. आइए जानते है इसके पीछे की वजह क्या है.
दरअसल, हालही में मंत्रालय ने उपभोक्ता मामलेए खाद्य और सार्वजनिक वितरण मामलों में 6 मार्च को एक सर्कुलर जारी कराया. जिसमें सरकार ने लोगों को अपने व्हीकल की टंकी को फूल ना कराने की सलाह दी. ऐसे सरकार ने इसलिए कहा क्योंकि सर्कुलर के मुताबिक पेट्रोल डीलर एसोसिएशन ने लीगल मेट्रोलॉजी डिपार्टमेंट को एक रिप्रंजेटेशन भेजा. जिसमें टू व्हीलर और फोर व्हीलर की टैंक कैपिसिटी के बारे में गलत जानकारी थी. जिसमें ये भी बताया गया की बुकलेट में जो कैपिसिटी दी गई है वो सही नही है. रीयल टेंक की कैपिसिटी उससे लगभग 15 से 20 लीटर कम होती है.
वोलाटाइल ऑर्गेनिक कम्पाउंड को लीक होने से बचाने के लिए क्योकि पेर्टोल पंप टैंक का तापमाप कम होता है.
गैसोलिन को वाष्प बनाने के लिए स्पेस की जरूरत होती है ज्यादा टंकी को भरवाने से ये इंजन के परफॉर्मेंस पर भी प्रभाव पड़ता है. जो ईंधन इस्तेमल नही होता उससे हाइड्रोकार्बन प्रदूषण पैदा होता है.
अगर आप अपने वाहन की टंकी को ऑटो कट से ज्यादा भरवाते है तो ऐसे में यदि आपका वाहन किसी ढ़लान वाली जगह पर खड़ा है तो उसमें आग लग सकती है क्योंकि ज्यादा पेट्रोल भरवाने से लीक होने का खतरा बढ़ जाता है.
मंत्रालस ने कार और बाइक निर्माता कंपनियों से इस बात का आग्रह किया की लोगों से इस बारें में जानकारी को सांझा करें ताकि उन्हे इस बारें में जानकारी मिल सके. और वे अपने व्हीकल की टंकी को ऑटो कट से ज्यादा ना भरवाएं.