जालंधर लोकसभा सीट (Jalandhar bypoll) पर होने जा रहे उपचुनाव से पहले कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर राज्य में शराब और रेत माफिया को संरक्षण देने का आरोप लगाया और कहा कि यह झूठ बेचकर सत्ता में आई. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भगवंत मान सरकार ने 25,000 करोड़ रुपये का कर्ज लेकर राज्य पर ऋण के बोझ को बढ़ा दिया है. कांग्रेस सांसद संतोख सिंह चौधरी का जनवरी में निधन हो जाने के कारण जालंधर सीट पर उपचुनाव कराने की जरूरत पड़ी. उपचुनाव के लिए मतदान 10 मई को होना है
जालंधर लोकसभा सीट (Jalandhar bypoll) पर होने जा रहे उपचुनाव से पहले कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर राज्य में शराब और रेत माफिया को संरक्षण देने का आरोप लगाया और
कहा कि यह झूठ बेचकर सत्ता में आई. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भगवंत मान सरकार ने 25,000 करोड़ रुपये का कर्ज लेकर राज्य पर ऋण के बोझ को बढ़ा दिया है. कांग्रेस सांसद संतोख सिंह चौधरी का जनवरी में निधन हो जाने के कारण जालंधर सीट पर उपचुनाव कराने की जरूरत पड़ी. उपचुनाव के लिए मतदान 10 मई को होना है.
कांग्रेस ने इस सीट से चौधरी की पत्नी करमजीत कौर को, जबकि आप ने सुशील रिंकू को उम्मीदवार बनाया है. जालंधर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने आरोप लगाया कि आप पंजाब में लोगों को झूठ बेचकर सत्ता में आई. उन्होंने दावा किया, ‘आज, पंजाब के लोग ठगे हुए महसूस कर रहे हैं.’
नवजोत सिंह सिद्धू ने लगाया आरोप।
नवजोत सिंह सिद्धू ने आरोप लगाया कि आप सरकार ने महिलाओं को प्रतिमाह 1000 रुपये की आर्थिक सहायता देने का वादा पूरा नहीं किया है. सिद्धू ने कहा, ‘आप ने वादा किया था कि वह सत्ता में आने के एक महीने के भीतर मादक पदार्थ की बुराई खत्म कर देगी.’ उन्होंने कहा कि लेकिन अब पंजाब मादक पदार्थों का सागर बन गया है. गौरतलब है कि 1988 के रोड रेज के एक मामले में करीब 10 महीने तक जेल में रहने के बाद सिद्धू एक अप्रैल को पटियाला केन्द्रीय कारगार से रिहा हुए
AAP के पक्ष में लहर दिख रही।
सीएम मान ने कहा था कि हम सर्वेक्षण करने और लोगों से उनकी पसंद के उम्मीदवार के बारे में पूछने की एक प्रणाली का पालन करते हैं. सीएम चेहरे के रूप में मेरी घोषणा के दौरान भी ऐसा किया गया था. पार्टी जालंधर उपचुनाव के उम्मीदवार के लिए भी यही प्रक्रिया अपनाएगी. 2022 में AAP के पक्ष में लहर के बावजूद, कांग्रेस यहां की नौ विधानसभा सीटों में से पांच पर जीत हासिल करने में सफल रही थी.