कब और कैसे हुई राशन करर्ड की शुरूआत, आइए जानते है

eashan

आप राशन कार्ड (Ration card ) के बारें में तो जानके होगें दरअसल इसे पहचान पत्र के रूप में ​भी इस्तेमाल किया जाता है और सरकार द्वारा बनाई गई योजनाओं का लाभ उठाने के लिए भी राशन कार्ड का इस्तेताल लोग करते है. पर क्या आपको मालूम है की राशन कार्ड की पुरी जानकारी है? अगर नही तो आज हम आपको बताएगें की राशन कार्ड को कब और कैसे इस्तेमाल में लाया गया ओर क्या है इसके लाभ? तो आइए जानते है.

कब हुई थी राशन कार्ड की शुरूआत

साल 1940 में जब बंगाल में अकाल पड़ा था. उस समय राशन कार्ड की शुरूआत हुई थी. फिर 14 जनवरी 1945 को दूसरे विश्व युद्ध के चलते इसे योजना के रूप में मान्यता प्राप्त हुई. 1960 में जब लोग भुखमरी से जूझने लगे. तब साकार ने राशन कार्ड के इस्तेमाल को जारी किया.

किस काम आता है राशन कार्ड

भारत में ऐसे कई परिवार है जो अपने लिए दो वक्त का खाना प्राप्त करने में सफल नही है जिसके चलते सरकार ने ऐसे परिवारों की सहायता के लिए राशन कार्ड की सुविधा को लागू किया. राशन कार्ड में परिवार के सदस्यों के मुताबिक उन्हें राशन उपलब्ध कराया जाता है.इस प्रक्रिया के लिए साकार ने बहुत सी सोसाइटी और दुकानों को ये जिम्मा सौंप रखा है. राशन कार्ड का इस्तेमाल अपनी पहचान को जाहिर करने के लिए किया जाता है इसके अलावा आवेदन पत्र के रूप में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है.

वैसे तो राशन कार्ड का मुख्य रूप से काम गरीब वर्ग के लोगों को मुफ्त में या कम दामों में राशन उपलब्ध कराना है परंतु जब हमे किसी सरकारी योजना का लाभ चाहिए होता है या कोई दस्तावेज बनवाना ​होता है तो हम राशन कार्ड की मदद से आसानी से ​हमारा काम हो जाता है.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Home
Google_News_icon
Google News
Facebook
Join
Scroll to Top