आज का नया भारत टेक्नोलॉजी भी खुद बना रहा है और नई सुविधाओं को तेजी से देश के कोने-कोने में पहुंचा भी रहा है। ये वंदे भारत ट्रेन, भारत ने अपने बलबूते ही बनाई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ओडिशा की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat) को हरी झंडी दिखाई। 16 कोच वाली ट्रेन लगभग साढ़े छह घंटे में हावड़ा और पुरी के बीच की 500 किमी की दूरी तय करेगी।
यह देश की 16वीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है। तय कार्यक्रम के मुताबिक, अब तक 17 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चल जाना चाहिए थी, लेकिन पटना और रांची के बीच 25 अप्रैल से शुरू होने वाली ट्रेन को तकनीकी कारणों से इसे स्थगित कर दिया गया था।
बता दें, फरवरी 2019 में नई दिल्ली-कानपुर-इलाहाबाद-वाराणसी मार्ग पर इस ट्रेन में
अपना पहना सफर शुरू किया था। अब वंदे भारत एक्सप्रेस को इसकी असाधारण गति, सुरक्षा और सेवा उत्कृष्टता यात्रियों को खूब पसंद आ रही है।
बहुत कम समय में यात्री ज्यादा दूरी तय कर सकते हैं सुविधाजनक वंदे भारत ट्रेन सभी सुविधाओं युक्त होगी
16वीं वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन करते हुए पीएम मोदी ने कहा, आज ओडिशा और पश्चिम बंगाल के लोगों को ‘वंदे भारत ट्रेन’ का उपहार मिल रहा है। ‘वंदे भारत ट्रेन’ आधुनिक भारत और आकांक्षी भारतीय, दोनों का प्रतीक बन रही है। आज जब ‘वंदे भारत’ एक स्थान से दूसर स्थान पर यात्रा करते हुए गुजरती है तो उसमें भारत की गति और प्रगति दिखाई देती है।
‘ये समय आजादी के अमृतकाल का समय है, भारत की एकता को और मजबूत करने का समय है। जिनती ज्यादा एकता होगी, भारत का सामूहिक सामर्थ्य उतना ही ज्यादा शिखर पर पहुंचेगा। ‘वंदे भारत ट्रेनें’ इस भावना का भी प्रतिबिंब हैं। इस अमृतकाल में वंदे भारत ट्रेनें विकास का इंजन भी बन रही हैं और ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की भावना को भी आगे बढ़ा रही हैं।’
बीते वर्षों में भारत ने कठिन से कठिन वैश्विक हालातों में भी अपने विकास की गति को बनाए रखा है। इसके पीछे एक बड़ा कारण है कि इस विकास में हर राज्य की भागीदारी है, देश हर राज्य को साथ लेकर आगे बढ़ रहा।