विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मालदीव के रक्षा मंत्री मोहम्मद घसान मौमून से मुलाकात की और समुद्री सुरक्षा के लिए संयुक्त पहल पर चर्चा की. दोनों मंत्रियों ने भारत और मालदीव के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की. उन्होंने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखने पर भी चर्चा की। जयशंकर तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर मालदीव में हैं.
इस मुलाकात से भारत और मालदीव के बीच रक्षा सहयोग मजबूत होने की उम्मीद है, जिससे दोनों देशों की समुद्री सुरक्षा बढ़ेगी. यह मुलाकात क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि दोनों देश मिलकर समुद्री सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए काम करेंगे.
एस जयशंकर की मालदीव्स विजिट से देश को होंगे क्या फायदे :
- सुरक्षा संबंधों में मजबूती: जयशंकर की यात्रा से भारत और मालदीव के बीच सुरक्षा संबंधों में मजबूती आएगी.
- आर्थिक सहयोग में वृद्धि: दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग में वृद्धि होगी, जिससे दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को फायदा होगा.
- क्षेत्रीय शांति और स्थिरता: जयशंकर की यात्रा से क्षेत्रीय शांति और स्थिरता में भी मदद मिलेगी.
- द्विपक्षीय संबंधों में सुधार: दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में सुधार होगा, जिससे दोनों देशों के बीच सहयोग और समझ में वृद्धि होगी.
विदेश मंत्री एस जयशंकर का मालदीव दौरा नई कैबिनेट के गठन के बाद उनकी पहली यात्रा है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर की मालदीव यात्रा के मुख्य बिंदु:
- मालदीव के रक्षा मंत्री मोहम्मद घसान मौमून से मुलाकात.
- समुद्री सुरक्षा के लिए संयुक्त पहल पर चर्चा.
- भारत और मालदीव के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग को बढ़ाने पर चर्चा.
- क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखने पर चर्चा.
- द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने के लिए चर्चा.