कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में ब्रिटेन दौरे के दौरान एक टिप्पणी की थी जिसको लेकर जमकर बवाल हुआ. इसी को लेकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने एक टिप्पणी करते हुए नेताओं को सलाह दी है कि जब भी देश से बाहर जाएं तो अपने राजनीतिक चश्मे को यहीं छोड़कर जाएं।
“राजनीतिक चश्मा देश में ही छोड़, बाहर जाए “
‘जब भी हम देश से बाहर जाते हैं, हमें अपना राजनीतिक चश्मा देश में ही छोड़ देना चाहिए. यह देश के साथ-साथ व्यक्ति विशेष के लिए भी फायदेमंद होगा.’ उपराष्ट्रपति की यह टिप्पणी ब्रिटेन में राहुल गांधी की उस टिप्पणी के बाद आई है, जिसमें उन्होंने खेद जताया था कि अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के लोकतांत्रिक हिस्से इस बात पर ध्यान देने में विफल रहे हैं कि भारत में ‘लोकतंत्र का एक बड़ा हिस्सा तबाह हो गया है.’
स्वामी दयानंद सरस्वती की जयंती पर कहा।
बता दें, धनखड़ शुक्रवार को दिल्ली में समाज सुधारक स्वामी दयानंद सरस्वती की जयंती के उपलक्ष्य में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुख भरा है कि कुछ लोग विदेशी जमीन पर देश की छवि बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे लोगों को रोकना चाहिए। अगर किसी इंसान के दिल में भारत के लिए थोड़ा सा भी प्यार है तो वह हमेशा देश की तरक्की पर बात करेगा। साथ ही देश में सुधार कैसे किया जा सकता है, इस पर चर्चा करेगा।
” भारतीय होने पर हमें गर्व होना चाहिए”
होम्योपैथी चिकित्सकों को संबोधित करते हुए धनखड़ ने कहा कि हर किसी को विदेश में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाने का संकल्प लेना चाहिए और इसे बदनाम नहीं होने देना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘हमें अपनी ऐतिहासिक उपलब्धियों पर गर्व करना चाहिए और भारतीय होने पर हमें गर्व होना चाहिए. भारत पांचवीं सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बन गया है और सभी वस्तुनिष्ठ मूल्यांकनों के अनुसार, दशक के अंत तक, यह तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी. यह हमारे लोगों की प्रतिबद्धता और उनके अच्छे स्वास्थ्य के कारण है. अगर हम अच्छे स्वास्थ्य को लेकर आश्वस्त हों, तो हमें कोई नहीं रोक सकता है.’