Air Pollution In Delhi NCR: नवंबर की शुरूआत से ही दिल्ली में प्रदुषण का स्ता उच्चतम बना हुआ है. इसमें हल्की गिरावट तो बेहद कम ही देखी जा रही है. ऐसे में दिल्ली में रह रहे लोगों के लिए इस जहरीली हवा में सांस लेना तो मानो अब मुहाल होता जा रहा है. लोगों को सांस से जुड़ी दिक्कतें होने लगी है. बच्चों से लेकर बुढ़े हर वर्ग के लोग इस जहरीली हवा के कारण प्रभावित होते नजर आ रहे है. एक नई रिपोर्ट में प्रदुषण ना घटनें की वजह का खुलासा किया गया है. जिसमें ये बताया जा रहा है, कि राजधानी में लगे थर्मल पावर प्लांट में उत्सर्जन मानकों का पालन ना किए जानें के कारण से ये प्रदुषण में बढ़ोतरी कर रहे है. जिससे दिल्ली की हवा और भी ज्यादा जहरीली हो रही है. हाल ही में की गई एक रिसर्च से ये पता चला है, कि कैसे दिल्ली में मौजुद इन थर्मल प्लांट के अंदर जहरीली गैसे है. जिसमें बेहद प्रदुषक तत्व पाए जाते है. इन गैसेज में नाइट्रोजन ऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड जैसे गैस इन प्लांट में मौजुद है. जो प्रदुषण में इजाफा करने में मददगार साबित हो रही है.
उत्सर्जन मानदंडो का पालन ना एिक जानें के कारण से ये प्लांट में मौजुद गैसेज दिल्ली की हवा को ज्यादा जहरीला बना रहे है. ऐसे में इसका टीपीपी का हिस्सा भी 8 प्रतिशत तक का बताया जा रहा है. एक रिपोर्ट में सीएसई की कार्यकारी निदेशक अनुमिता रॉय ने इस बारें में बयान दिया है, कि इस थर्मल पावर प्लांट में मौजुद जहरीली गैसेज का स्तर ज्यादा है. ऐसे में दिल्ली को कभी भी एक स्वच्छ हवा प्राप्त ही नही हो पाएगी. अगर इन सभी मानदंडों का पालन नही किया जाएगा तो. बतादें कि इस पावर प्लांट को लेकर के साल 2015 में भी नए नियमों और मानदंडों को बनाकर के तैयार किया गया था. जिसके बाद से इस क्षेत्र में प्रदुषण का खतरा ज्यादा होता है इस बात से इन मानदंडों पर अमल करना बेहद जरूरी था. लेकिन इस अवधि को बार बार बढ़ाया गया था. जिसके कारण से अब दिल्ली की हवा बेहद जहरीली हो गई है.





