जहां एक और देश की बेटियां हमारे देश के लिए मेडल आती है दिन रात मेहनत करती है सम्मान पाती है। तो वही आज एक ऐसा समय आया जब यही बेटियों को अपने सम्मान के लिए जंतर मंतर पर धरना देना पड़ गया। लेकिन बृजभूषण शरण सिंह को अभी तक सरकार ने किसी भी तरीके का प् एक्शन नहीं लिया आखिर ऐसा क्यों ?क्या देश की बेटियां अन्याय से लड़ने के लिए अपना धरना करने को मजबूर होगी.
WFI अध्यक्ष और सांसद बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर महिला पहलवान जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं। शनिवार को इस प्रदर्शन का 7वां दिन है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी भी सुबह 7.45 बजे जंतर-मंतर पहुंचीं। कहा- अब तक FIR की कॉपी नहीं मिली है। सवाल है सरकार बृजभूषण को क्यों बचा रही।
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने शनिवार को मीडिया में बड़ा बयान देते हुए कहा कि अगर जंतर-मंतर पर मौजूद पहलवान धरना प्रदर्शन बंद करने पर राजी हो जाते हैं, तो उन्हें अपना इस्तीफा देने में खुशी होगी. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस को उनके खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज करने की अनुमति देने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले से वह खुश हैं. बृजभूषण के खिलाफ पहली प्राथमिकी एक नाबालिग पहलवान की ओर से की गई यौन उत्पीड़न की शिकायत पर पॉस्को अधिनियम के तहत दर्ज हुई है और दूसरी एफआईआर अन्य महिला पहलवानों द्वारा दायर शिकायत से संबंधित है.बृजभूषण शरण सिंह ने खुद पर लगाए गए पहलवानों के आरोपों पर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि जो आरोप लगाए हैं वो सारे बेबुनियाद हैं।
प्रियंका गांधी ने विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया से बात की। वे करीब एक घंटे धरना स्थल पर रहीं। 50 मिनट तक बातचीत करती रहीं। विनेश और साक्षी बातचीत करते हुए भावुक हो गईं। प्रियंका ने विनेश के सिर पर हाथ रखकर दिलासा दिलाया। उधर, यूपी में ब्रजभूषण ने कहा कि मैं पूरी तरह निर्दोष हूं। अपराधी बनकर इस्तीफा नहीं दूंगा।
इससे पहले शुक्रवार देर रात बृजभूषण के खिलाफ दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में दो FIR दर्ज की गई हैं। पहली- दिल्ली पुलिस ने एक नाबालिग रेसलर से यौन शोषण के मामले में बृजभूषण पर पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। वहीं, दूसरी FIR अन्य 6 महिला रेसलर्स के यौन शोषण के आरोप में दर्ज हुई है।
कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख (WFI Cheif) ने अपना बचाव करते हुए कहा कि मैं निर्दोष हूं और सभी आरोपों का सामना करुंगा. ये पहलवानों का नहीं बल्कि षडयंत्रकारियों का धरना है. इस मामले की जांच पूरी हो, मुझे सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा है. धरने पर बैठे पहलवानों की मांगें लगातार बदल रही हैं. उन्होंने सबसे पहले मेरा इस्तीफा मांगा, जिस पर मैंने कहा कि इसका मतलब आरोपों को स्वीकार करना होगा. 4 महीने के लिए वे लोगों को मेरे खिलाफ भड़काते हैं और नए लोगों को मेरे खिलाफ खड़ा करते हैं. मैंने हमेशा सरकार का सम्मान किया है.
बृजभूषण शरण सिंह ने साथ ही कहा कि वे कह रहे हैं कि मुझे जेल में होना चाहिए, मैं एक लोकसभा सांसद हूं. मेरा ओहदा विनेश फोगाट के कारण नहीं है, यह लोगों की वजह से है, जिन्होंने मुझे वोट देकर चुना है. आखिरकार एक ही परिवार और एक अखाड़ा ही सिर्फ मेरा विरोध क्यों कर रहा है? मैं बहुत मेहनत कर रहा हूं, यह मेरे खिलाफ साजिश है. जंतर-मंतर पर पप्पू यादव और केजरीवाल जैसे नेता क्यों आ रहे हैं. प्रियंका गांधी को नहीं पता कि दीपेंद्र हुड्डा ने मेरे खिलाफ कैसे साजिश रची. पहले दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट का इंतजार क्यों नहीं कर सके. रिपोर्ट के बाद जंतर-मंतर क्यों नहीं गए ?
महिला पहलवानों द्वारा बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के संबंध में दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को दो प्राथमिकी दर्ज कीं. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया था कि महिला पहलवानों की शिकायत पर कनॉट प्लेस थाने में दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं. उन्होंने कहा था कि पहली प्राथमिकी एक नाबालिग द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है, जिसके तहत यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम समेत भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न और डराने-धमकाने का आरोप लगाने वाले पहलवानों ने 23 अप्रैल से एक बार फिर अपना आंदोलन शुरू किया, इससे पहले, उन्होंने जनवरी में धरना दिया था.