इस दौड़ भाग की जिंदगी में लोगों की मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत असर दिखाई दे रहा है. लोग असहजता और तनाव जैसी मानसिक समस्याओं से जूझ रहे है. एक रिपोर्ट के मुताबिक मानसिक स्वास्थ्य संगठन के अनुसार मानसिक समस्याओं से गुजर रहे लोगों की संख्या में लगभग 40 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है.जिसमें असहजता,तनाव और अवसाद जैसी समस्याएं शामिल है.ऐसे में बीमा कंपनीयों ने लोगों के लिए प्रत्येक पॉलिसीधारक को मानसिक बीमारियों का कवर देने की सुविधा देने का ऐलान किया है.
साइरस एंड प्रिया वंद्रेवाला फाउंडेशन के अनुसार अगस्त 2021 से जनवरी 2023 तक ऐसे मामलों में लगातार इजाफा हुआ है.जिनका आकंड़ा लगभग 40 फीसदी के करीब तक पहुंच चुका है. इन सभी लोगों में एक तिहाई लोग ऐसे है जो तनाव और आत्महत्या जैसे विचारों से जूझ रहे है.नवंबर 2022 से जनवरी 2023 तक इन
मामलों में बढ़ोतरी हुई है.
साल 2022 तक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में मेंटल हेल्थ की कवरेज मैंडेटरी नही थी. परंतु भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण ने इस मामले पर जांच करते हुए अब ये फैसला किया है की सभी बीमा कंपनी जनवरी 2023 से मेंटल हेल्थ को
इंश्योरेंस पॉलिसी में कवर करेंगी.आप भी इंश्योरेंस पॉलिसी करते हुए इस बात का ख्याल रखें.
मानसिक तनाव से कैसे बचें
-मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए जरूरी है की व्यक्ति नियमित रूप से योग आसन और व्यायाम.
-तकनीक और गैजेट का इस्तेमाल कम से कम करें. ज्यादातर फोन के इस्तेमाल से लोगों को तनाव जैसा बीमारियां हो सकती है.
-मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए थेरेपिस्ट और कोच से परामर्श लें.