खालिस्तान समर्थक एवं पंजाब में सिख फॉर जस्टिस को चला रहे अमृतपाल सिंह व साथियों की गिरफ्तारी को लेकर केंद्र व पंजाब की सुरक्षा एजैंसियां हाई अलर्ट पर आ चुकी हैं। एक तरफ राज्य के हर शहर, कस्बे व गांव में भारी अर्धसैनिक बलों की तैनातियां कर दी गई है, वहीं दूसरी तरफ राज्य के माहौल को किसी तरह की भी आंच से बचाने के लिए इंटरनैट सेवाएं बंद कर दी गई है।
केवल voice कॉल चलेंगे. इससे पहले ये रोक 19 मार्च दोपहर 12 बजे तक थी. इसको अगले 24 घंटे बढ़ाया गया. खालिस्तान समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह के खिलाफ तीन केस दर्ज हैं, जिनमें से दो मामले अमृतसर जिले के अजनाला थाने में हैं.
यही नहीं अमृतपाल सिंह के गांव जल्लूपुर खेड़ा में भी भारी अर्ध-सैनिक बलों की भारी तैनाती कर उसे सील कर दिया गया है। अमृतपाल की गिरफ्तारी के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई, मगर अमृतसर में शुरू होने जा रहे दो दिवसीय जी-20 सम्मेलन को लेकर पुलिस किसी तरह काफी जोखिम उठाने को तैयार नहीं है। यही कारण है कि चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
अमृतपाल सिंह की क्या कहानी
अमृतपाल सिंह अक्सर अलग-अलग मंचों से खुद को सिख समुदाय का रहनुमा बताता रहा. वहा खालिस्तान को अपना मंजिल बता चुका है.
अमृतपाल सिंह अपने बयानों में कई बार खालिस्तान का जिक्र कर चुका है. वह अपने बयान में कह चुका है वह जो भी करता है उसका अल्टीमेट गोल खालिस्तान है. उसने कहा था कि खालिस्तान उसका मंजिल है और इस रास्ते में संघर्ष हैं. बता दें कि बीते दिनों अमृतपाल सिंह अपने साथी लवप्रीत सिंह तूफान को पुलिस के हिरासत से छुड़ाने के लिए खुलकर सिस्टम और सरकार के सामने खड़ा हो गया था. पंजाब में वारिस पंजाब दे के प्रमुख के द्वारा खालिस्तान की मांग पर सीएम भगवंत मान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा था कि पंजाब में एंटी सोशल एलिमेंट्स कुछ-न-कुछ एक्टिविटी करते रहते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि पंजाब में नफरत के बीज नहीं उग सकते हैं.
अमृतपाल का फाइनेंसर गिरफ्तार।।
अमृतपाल सिंह को पकड़ने के प्रयास चल रहे हैं। उसके अडवाइजर और फाइनेंसर को गिरफ्तार कर लिया गया है। सूत्रों के अनुसार अमृतपाल सिंह के कथित सलाहकार और फाइनेंसर का नाम दलजीत सिंह कलसी उर्फ सरबजीत सिंह कलसी है। उसे गुरुग्राम से पकड़ा गया है।
अमृतपाल के एक सहयोगी को जब पुलिस ने गिरफ्तार किया तब कई अमृतपाल के समर्थक वहां पर भीड़ जुटाने पहुंच गए और साथ में लाठी और डंडों के साथ पुलिस स्टेशन साथ बर्बरता से व्यवहार भी किया गया।।
अमृतपाल सिंह वारिस पंजाब दे के प्रमुख हैं. इस संस्था की स्थापना पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू (Deep Sidhu) ने 2001 में किया था. अमृतपाल सिंह का जन्म पंजाब के अमृतसर के खेड़ा गांव में 1993 में हुआ था. एक्टर दीप सिद्धू की कार दुर्घटना में मौत हो गई, जिसके बाद अमृतपाल सिंह ही इस संगठन का सर्वेसर्वा बन गया. अमृतपाल सिंह अक्सर अलग-अलग मंचों से खुद को सिख समुदाय का रहनुमा बताता रहा. अमृतपाल सिंह की शादी एआरआई किरनदीप कौर से हुई है.
अब तक 78 करीबी गिरफ्तार
पंजाब पुलिस शनिवार से अमृतपाल सिंह की लगातार तलाश कर रही है. हालांकि अभी तक अमृतपाल सिंह की गिरफ़्तारी नहीं हो सकी है. अमृतसर, फाजिल्का, मोगा और मुक्तसर समेत पंजाब के कई जिलों में धारा 144 लगाई गई है. पंजाब पुलिस ने शनिवार को एक बयान में कहा कि, खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के 78 करीबियों को गिरफ्तार किया गया है. सात जिलों की पुलिस ने उस स्थान को घेर रखा है, जहां अमृतपाल के छुपे होने की संभावना है. जालंधर के शाहकोट के गांव महेतपुर के पास अमृतपाल सिंह और उनके साथियों की पुलिस ने घेराबंदी की थी. अमृतपाल सिंह के पिता को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
सीएम ने दी थी कड़ी प्रतिक्रिया
अमृतपाल सिंह अपने बयानों में कई बार खालिस्तान का जिक्र कर चुका है. वह अपने बयान में कह चुका है वह जो भी करता है उसका अल्टीमेट गोल खालिस्तान है. उसने कहा था कि खालिस्तान उसका मंजिल है और इस रास्ते में संघर्ष हैं. बता दें कि बीते दिनों अमृतपाल सिंह अपने साथी लवप्रीत सिंह तूफान को पुलिस के हिरासत से छुड़ाने के लिए खुलकर सिस्टम और सरकार के सामने खड़ा हो गया था. पंजाब में वारिस पंजाब दे के प्रमुख के द्वारा खालिस्तान की मांग पर सीएम भगवंत मान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा था कि पंजाब में एंटी सोशल एलिमेंट्स कुछ-न-कुछ एक्टिविटी करते रहते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि पंजाब में नफरत के बीज नहीं उग सकते हैं.