आजकल स्मार्टफोन और बेरोजगारी ने रिश्ता को तार तार कर दिया।क्या जमाना है. पिता को बच्चे की जन्म की खुशी होती हैं।वो अपने बच्चे के लिए कई गुना मेहनत करता हैं।पर अब पिता जन्म देने वाली मां को मार देता हैं। वो पिता के हाथ तक नही कापे दिल नही पसीजा अपनी ही गर्भवती पत्नी को मोत के घाट उतार दिया।
मध्यप्रदेश के इंदौर में हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक शख्स ने मामूली विवाद पर सिलबट्टे से हमला करके अपनी गर्भवती पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। घटना के बाद आरोपी फरार हो गया।
पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और फरार पति की तलाश में जुट गई है।
अपने बच्चे के बारे में नहीं सोचा।
आरोपी ने पेट में पल रहे अपने बच्चे के बारे में भी नहीं सोचा और पत्नी पर हमला कर दिया। उसके बाद मौके से फरार हो गया। आस पड़ोस के लोग महिला को अस्पताल लेकर गए, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। फिलहाल आरोपी की तलाश जारी है।
जानकारी के अनुसार घटना खजराना थाना क्षेत्र में दरगाह के पास बने कर्बला मैदान के समीप की है। वहां इरफान अली ने किराए पर कमरा लिया है। उसका आए दिन पत्नी रुकसार से विवाद होता था। शुक्रवार रात भी पति-पत्नी के बीच झगड़ा हुआ। तभी आरोपी इरफान ने सिलबट्टे से पत्नी के सिर पर हमला कर दिया। गंभीर हालत में रुकसार को एमवाय अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
महिला तीन माह की गर्भवती थी।
घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची तो पूरा कमरा अस्त-व्यस्त था और फर्श पर खून बिखरा था। पुलिस ने उस सिलबट्टे को सबूत के तौर पर जब्त कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी इरफान अली कुछ काम नहीं करता है। पैसे की तंगी को लेकर आए दिन दोनों में विवाद होता रहता था। महिला तीन माह की गर्भवती थी।
महिला काफी देर तक बेहोशी की अवस्था में पड़ी रही। उसके दो बच्चे भी घर में मौजूद थे। लोगों ने उसे अस्पताल भेजा लेकिन खून ज्यादा बहने से उसकी मौत हो गई। आरोपित उसके चरित्र पर शंका करता था। पहले भी उनमें विवाद होता रहा है। पुलिस ने रात में ही आरोपित को ढूंढा लेकिन वह फरार हो गया।
पूछताछ के लिए आरोपित की मां को हिरासत में लिया गया है। उसने भगाने में मदद की है। खजराना थाना प्रभारी दिनेश वर्मा के मुताबिक घटना रात करीब पौने दस बजे गांधीग्राम (कर्बला) की है। पुलिस को सूचना मिली थी कि एक दिन पूर्व ही रहने आए इरफान अली ने पत्नी रुखसार पर हमला किया है। पुलिस पहुंची तब रुखसार खून से लथपथ घर में पड़ी हुई थी। पुलिस और रहवासियों की मदद से रुखसार को एमवाय अस्पताल भेजा लेकिन रात करीब साढ़े तीन बजे उसकी मौत हो गई।
धारा 307 लगाई गई।
टीआइ के मुताबिक रात में धारा 307 (प्राण घातक हमला) की धारा लगाई थी। रुखसार की मृत्यु के बाद मामले में धारा 302 (हत्या) की धारा लगा दी है। आरोपित रुखसार पर शक करता था। इसके कारण पहले ही उसकी पिटाई की थी। इसी शंका में शोएब नामक युवक पर ही चाकू से हमला किया था।
घर से कपड़े लेकर भागता दिखा आरोपित
टीआइ के मुताबिक आरोपित की तलाश में संभावित ठिकानों पर छापे मारे लेकिन वह नहीं मिला। रात में सीसीटीवी फुटेज निकाले तो आरोपित कपड़े लेकर भागता दिखा। उसने परिचित मतिन को काल लगाकर पुलिस की गतिविधि की जानकारी ली। मतीन ने बातों में उलझाया और टीआइ को सब बातें बताता रहा। पुलिस को पता चला वह अजमेर जा रहा है। रात में रेलवे स्टेशन पर छानबीन की लेकिन आरोपित नहीं मिला। वह लोगों से फोन मांगकर मतीन से बात कर रहा था। देर रात पता चला उसको उसकी मां ने बता दिया था कि मतीन तो पुलिस वालों के साथ में ही है।