माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ का अंत इस तरह होगा ऐसा किसने सोचा होगा। सांसद, चार बार विधायक रहे माफिया अतीक पर 44 साल पहले पहला मुकदमा दर्ज हुआ था। तब से अब तक उसके ऊपर सौ से अधिक मामले दर्ज हुए, लेकिन पहली बार उमेश पाल अपहरण कांड में उसे दोषी ठहराया गया।
मीडिया की मोजुदगी में चली गोलियां
एक ऐसा मंजर जिसे देखकर पुलिस और मीडिया कर्मी दोनों ही हैरान थे जैसे ही अशरफ और अतीक को हॉस्पिटल से बाहर लाया गया मीडिया कर्मी बनकर आए गुंडों ने धड़ाधड़ गोलियां चलाना शुरू कर दी पुलिस और बाकी लोग कुछ समझ पाते इसके पहले इतनी गोलियां दागी गई कि अतीत और अशरफ की मौके पर ही मौत हो गई ये पूरा मामला प्रयागराज का बताया जा रहा हैं। तीन हमलावरों ने कॉल्विन अस्पताल के पास ये हमला किया. पत्रकार के वेश में आए हमलावरों ने अतीक और अशरफ पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं. इससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. इसके बाद पुलिस ने हमलावरों को मौके से दबोच लिया.।
अतीक और अशरफ को की मौत कैसे हो गई।।
कहीं ना कहीं आम जनता और विपक्षी पार्टी आज पुलिस की बहुत बड़ी नाकामी बता रही है। मौत की खबर जैसे ही आई वैसे ही पूरे देश में सन्नाटा सा हो गया। सन्नाटा इस बात का नहीं था कि अतीक और अशरफ मर गए वह तो कुख्यात गुंडे थे उन्हें तो मरना ही था चिंता तो इस बात की थी कि तमाम पुलिस के बीच में इतनी घेराबंदी के बीच में अतीक और अशरफ को की मौत कैसे हो गई।।
15 फरवरी को ही अतीक के बेटे असद को दफनाया गया था। और अब पिता भी बेटे की ओर चल दिया।
हमलावरों को मौके से दबोच लिया है.।
पुलिस ने हमलावरों को मौके से दबोच लिया है. इस पूरे हमले को बकायदा मीडिया और पुलिस के सामने अंजाम दिया गया है. दोनों पर जब फायरिंग हुई, पूरी वारदात कैमरे में भी कैद हुई है. इस हमले में एक पुलिस कांस्टेबल भी घायल हुआ है, जिसका नाम मान सिंह है. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है.
अतीक के मरने की खबर सुनते ही प्रयागराज जेल में बंद अतीक का दूसरे नंबर का बेटा अली बेहोश हो गया। अतीक के दो नाबालिग बेटे ऐजम और आबान राजरूपपुर बाल सुधार गृह में बंद हैं। उनका टीवी केबल कनेक्शन काट दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अतीक और अशरफ को धूमलगंज थाने के इंस्पेक्टर राजेश मौर्य की टीम मेडिकल के लिए ले गई थी. घटना के दौरान राजेश ही सबसे सीनियर अफसर थे जो अतीक को लाए थे. बता दें, माफिया अतीक अहमद की हत्या (Atiq Ahmed Murder) के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक जांच का आदेश दिया है. हत्या के बाद योगी आदित्यनाथ राज्य के पुलिस अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई. बैठक के बाद सीएम ने तीन सदस्य ज्यूडिशियल कमिशन (न्यायिक जांच आयोग) के गठन के निर्देश भी दिए हैं.
यूपी में धारा 144 लागू
अतीक अहमद की हत्या के बाद तनाव की स्थिति है. इसी के मद्देनजर पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 144 लगा दी गई है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में बैठक की. यह हाई लेवल बैठक करीब तीन घंटे चली. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि शांति बनाए रखें और अफवाहों पर ध्यान नहीं दें. उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.