प्रयागराज की सीजेएम कोर्ट ने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के तीनों आरोपियों की पुलिस रिमांड मंजूर कर ली है. तीनों आरोपियों को 4 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया है. हालांकि, एसआईटी ने 7 दिनों की रिमांड मांगी थी लेकिन कोर्ट ने 4 दिनों की ही मंजूरी दी।
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में गिरफ्तार लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्या को सीजेएम कोर्ट ने पुलिस रिमांड पर भेजा दिया है।
हत्याकांड का क्राइम सीन रीक्रिएट करेगी SIT
एसआईटी आरोपियों को कस्टडी में लेकर अब पूछताछ करेगी. एसआईटी विवेचना में सबूत जुटाएगी और क्राइम सीन रीक्रिएट करेगी. आज शाम मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय काल्विन ले जाकर एसआईटी क्राइम सीन रीक्रिएट कर सकती है. एसआईटी तीनों आरोपियों का बयान अदालत की अनुमति से दर्ज कर चुकी है।
भारी पुलिस बल की मौजूदगी में हुई पेशी।
अतीक के हत्यारों की पेशी को लेकर को कोर्ट में भारी पुलिस बंदोबस्त किया गया था। इस दौरान कोर्ट परिसर पूरी तरह छावनी में तब्दील रहा। शुरुआती दो लेयर में यूपी पुलिस को तैनात किया गया जबकि अंदर के घेरे में आरएएफ को सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी. और उसके अंदर आरएएफ की तैनाती की गई है। कोर्ट के अंदर पूरी कार्यवाही की रिकॉर्डिंग की गई. सुनवाई के बाद तीनों आरोपियों को रिजर्व पुलिस लाइन ले जाया गया।
पुलिस कस्टडी में हुई थी अतीक-अशरफ की हत्या
गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल की रात प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. दोनों भाई उमेश पाल मर्डर केस के मामले में पुलिस कस्टडी में थे और उन्हें चेकअप के लिए अस्पताल लाया गया था।
अस्पताल के बाहर की जब अतीक और अशरफ मीडिया से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे, तभी पत्रकार के भेष में आए हमलावरों ने ताबडतोड़ गोलियां मारकर दोनों की हत्या कर दी थी. पुलिस ने तीन हमलावरों लवलेश तिवारी, अरुण कुमार मौर्य और सनी को मौके से गिरफ्तार कर लिया था।