देश के जाने माने व्यवसायी गौतम अडाणी ग्रुप की कंपनी अंबुजा सीमेंट ने गुजरात की सीमेंट कंपनी सांघी इंडस्ट्रीज को खरीद लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस डील की वेल्यू लगभग 5 हजार करोड़ रुपए बताई जा रही है। एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, अडानी ग्रुप की कंपनी अंबुजा सीमेंट्स, चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर रवि सांघी, सांघी परिवार के सदस्यों और अन्य प्रमोटर संस्थाओं से सांघी इंडस्ट्रीज लिमिटेड के 14.66 करोड़ के शेयर खरीदेगी। जो की कुल शेयर होल्डिंग का 56 74% बताया जा रहा है। इस डील के बाद सांघी इंडस्ट्रीज के शेयर में 5% की तेजी देखि जा रही है।
26% हिस्सेदारी के ओपन ऑफर के कारण सांची इंडस्ट्रीज के शेयर में हुई 5% की तेजी
अंबुजा सीमेंट ने सांघी इंडस्ट्रीज के माइनॉरिटी शेयरधारकों के लिए ओपन ऑफर को बढ़ाने के इरादे की घोषणा की है। जिससे उन्हें कंपनी में 26% तक हिस्सेदारी या 6.71 करोड़ से अधिक शेयर हासिल करने का अवसर मिलेगा, प्रत्येक शेयर की कीमत 114.22 रुपये होगी। इस खबर के बाद सांघी इंडस्ट्रीज के शेयर की कीमत में अनूठी वृद्धि हुई है, जो आज 4.98% बढ़ गई है। नतीजतन, यह अब एनएसई पर साल की नई ऊंचाई 105.40 रुपये पर पहुंच गया है। इसके अलावा, अंबुजा सीमेंट के शेयर में भी आज लगभग 3% की बढ़ोतरी देखी गई है, जो इस प्रभावशाली रेली के बाद 474 रुपये पर पहुंच गया है।
अपनी सीमेंट की क्षमता को 2028 तक दोगाना करने का रखा है लक्ष्य
अंबुजा सीमेंट और सांधी इंडस्ट्रीज ने अहम डील फाइनल कि है और अदानी समूह के अध्यक्ष गौतम अदानी ने डील के बारे में अपनी खुशी व्यक्त की है। अदाणी ग्रुप ने खुलासा किया कि इस रणनीतिक कदम से उनकी सीमेंट क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। जिसे वर्ष 2028 तक दोगुना करने का लक्ष्य है। अदाणी ने सीमेंट विनिर्माण में 140 एमटीपीए के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए कंपनी के दृढ़ संकल्प पर जोर दिया। अपने महत्वाकांक्षी उद्देश्यों के अनुरूप, अदानी साधी इंडस्ट्रीज को पूरे देश में सबसे अधिक लागत प्रभावी क्लिकर कंपनी में बदलने की इच्छा रखी है।
अम्बुजा सीमेंट का नेट प्रॉफिट में 38.51% आई गिरावट
बुधवार को अडानी ग्रुप की कंपनी अंबुजा सीमेंट ने वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के वित्तीय नतीजों का खुलासा किया। इस अवधि के दौरान कंपनी ने राजस्व में साल-दर-साल 18.29% की उल्लेखनीय वृद्धि का अनुभव किया, जो कि 4729.71 करोड़ रुपये थी। हालांकि, इसे शुद्ध लाभ में भी भारी गिरावट का सामना करना पड़ा, जो 1048 78 करोड़ रुपये से 38.51% घटकर 644.88 करोड़ रुपये हो गया।