नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार रविवार को निकोबार द्वीप में 10 किमी की गहराई पर रिक्टर पैमाने पर 5.3 तीव्रता का दूसरा भूकंप आया। कुछ घंटे पहले निकोबार द्वीप में 10 किमी की गहराई में रिक्टर पैमाने पर 4.1 तीव्रता का भूकंप आया था। भूकंप दोपहर करीब 2.59 बजे आया था।
इस हफ्ते की शुरुआत में 6 अप्रैल को भी अंडमान और निकोबार द्वीप में भूकंप आया था. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.6 रही थी. भूकंप में पोर्टब्लेयर के 140 किमी ईएनई में आया था. भूकंप में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली थी. भूकंप रात करीब 10 बजकर 47 मिनट पर आया था.
21 मार्च को दिल्ली में आया था भूकंप
21 मार्च की रात दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के तमाम इलाकों भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. रात करीब 10 बजकर 20 मिनट पर अचानक धरती हिलने लगी. लोग दहशत में आ गए और घरों से बाहर निकल गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.6 मापी गई. अफगानिस्तान का हिंदू कुश क्षेत्र भूकंप का केंद्र था. हालांकि भारत में भूकंप के चलते किसी तरह के बड़े नुकसान की खबर नहीं है।
ये झटके इतने तेज थे कि लोग अपने घरों से बाहर आ गए थे. हालांकि जान-माल के नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं मिली थी. भूकंप का केंद्र उत्तरी अफगान प्रांत बदख्शां के पास हिंदू कुश क्षेत्र में था. कई लोगों ने कहा था कि उन्होंने लगभग 30 सेकंड तक भयानक झटकों का अनुभव किया था.