Radhika Ghai became Unicorn club Member:व्यवसाय शुरू करने की इस पुरुष-प्रधान दुनिया में, राधिका घई ने इन सब को बाधाओं को तोड़ दिया। अपने गेम-चेंजिंग व्यवसाय, शॉपक्यूल्स के साथ, उन्होंने न केवल ऑनलाइन शॉपिंग उद्योग को बदल दिया है बल्कि कई महिलाओं को अपने स्वयं के व्यवसाय के सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित भी किया है।
यूनिकॉर्न 1 बिलियन डॉलर से अधिक की वैल्यू के साथ किसी स्टार्टअप कंपनी का वर्णन करने के लिए वेंचर कैपिटल इंडस्ट्री में प्रयोग में लाया जाने वाला एक शब्द है। मतलब जिस भी स्टार्टअप की वैल्यू 1 बिलियन डॉलर पहुंच जाती है। वह स्टार्टअप यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हो जाता है। पर इस बार भारत के लिए खुश खबरी है। इस बार राधिका घई ऑनलाइन मार्केटप्लेस शॉपक्लूज़ की सह-संस्थापक यूनिकॉर्न क्लब में शामिल होने वाली पहली भारतीय महिला बन गयीं हैं। आपको बता दें कि उनका जन्म दिल्ली के सैन्य परिवार में हुआ था, इसलिए उन्होंने देश भर के विभिन्न शहरों के स्कूलों में पढ़ाई की है।
राधिका घई ने अपने करियर की शुरुआत में, जनसंपर्क और विज्ञापन में काम कर के किया था। जिसके बाद उन्होंने गोल्डमैन सैक्स और नॉर्डस्ट्रॉम जैसी बड़ी कंपनियों में बहुत ज्यादा एक्सपीरियंस लिया था। इसके बाद, उन्होंने नौकरी छोड़ कर अपने पति के साथ मिलकर 2012 में ऑनलाइन मार्केटप्लेस शॉपक्लूज़ की स्थापना की। फैशन और जीवनशैली के प्रति अपने प्यार की बदौलत उन्होंने एनआरआई महिलाओं के लिए एक सामाजिक सामग्री पोर्टल बनाने का फैसला किया।
रिपोर्ट के मुताबिक, राधिका घई की संपत्ति की अनुमानित कीमत करीब 90 करोड़ रुपये बताई गई है। फिलहाल शॉपक्लूज़ कंपनी के पास 30 मिलियन से अधिक खरीदार और लगभग 600,000 व्यापारी हैं। जो लगभग हर महीने लगभग 4 मिलियन उत्पाद बेचते हैं। उन्होंने 2016 में आउटलुक बिजनेस अवार्ड्स में आउटलुक बिजनेस वुमन ऑफ द वर्ल्ड अवार्ड भी जीता था। शॉपक्लूज़ वास्तव में लोकप्रिय हो गया है। 2016 की शुरुआत में यह यूनिकॉर्न स्थिति तक पहुंच गया, जिससे यह भारत में चौथी यूनिकॉर्न कंपनी बन गई है ।