क्या आप जानते है कि क्या है Electoral Bond, और आज कल क्यों इसकी इतनी ज्यादा चर्चा है, आइए जानते है

आपको बतादें, कि चुनावी कार्यक्रमों और सभाओं के लिए पार्टियों को चंदा दिया जाता है, जिन्हें कहा जाता है Electoral Bond

Electoral Bond को एसबीआई की कई शाखाओं के जरिए बेंचा जाता है, जहां पर राजनितिक दल इन्हें खरीद सकते है

जानकारी के लिए बतादें, कि इन बाॅन्ड को भारत में रहने वाला नागरिक या फिर कोई भी कंपनी खरीदने की हकदार है

इलेक्टोरल बाॅन्ड की शुरूआत साल 2017 में की गई थी, वहीं साल 2018 में इस योजना को अप्लाई किया गया था

बात करें अगर चुनावी बाॅन्डस की अवधि के बारें में तो आपको बतादें, कि ये 15 दिनों तक के लिए अवेलेबल होते है

हाल ही में तौर पर सूप्रीम कोर्ट की तरफ से एसबीआई बैंक के लिए ये नोटिस भी जारी किया गया है, कि वह साल 2019 से लेकर के साल 2024 तक के सभी इलेक्टोरल बाॅन्ड की जानकारी को सांझा करें

जल्द ही ये बात सामने भी आने वाली है, कि कौनसी पार्टी को किसने कितना चंदा प्रदान किया है