यदि आप भी किसी बिजनेस को स्टार्ट करने का सोच रहे है जो कम लागत में मोटा मुनाफा दे तो यहाँ हम आपको एक ऐसे बिज़नेस के बारे में बता रहे है जो कम पैसों में कोई भी शुरू कर सकता है और मोटा मुनाफा कमा सकता है।
10,000 में शुरू कर सकते है ये बिज़नेस
मोमबत्ती उत्पादन एक ऐसा काम है, जिसे घर बैठकर घरेलू उद्योग की तरह भी किया जा सकता है और बड़े स्तर पर फैक्टरी लगा कर भी। मोमबत्ती का उपयोग लोग कई तरह से करते है। कभी घरो में उजाले के रूप में तो कभी साज सज्जा के लिए भी मोमबत्ती का उपयोग किया जा सकता है। इसकी जरूरत गांवों से लेकर विदेशों तक है. इसमें आपको अपने कारोबार के साथ-साथ अन्य नौकरी के भी बड़े अवसर हैं। महज 5000 की लागत से आप यह बिज़नेस कर सकते है।
कैसे बनाएं मोमबत्ती
मोमबत्ती बनाने के लिए मोम, धागे, रंग, ईथर का तेल खरीदना होगा। सबसे पहले आपको धागा लेना है जिसको मोमबत्ती बनाने वाले सांचों में डाल देना है.
अब आपको कच्चे मोम को गरम करके पिघलाना है ताकि वो तरल बन जाये.ध्यान रखे कि उतना ही मोम गरम करे जितना जरुरी हो.मोम के गरम हो जाने के बाद आपको पिघले हुए मोम को सावधानी से मोमबत्ती बनाने वाले सांचों में डालना है.जब आप सभी सांचों में मोम को डाले तो ध्यान रखे कि सभी सांचों में मोम सही से भर जाये . अब आप कुछ समय इतजार करे ताकि मोम सुख सके. इस प्रिक्रिया में 10 से 20 minutes लग सकते है. अब आपकी मोमबत्ती बन गई होंगी जिनके धागे को आप काट कर उन्हें अलग कर सकते है. अगर आप रंगीन मोमबत्ती बनाना चाहते है तो उसके लिए आपको मोम में रंग मिलाना होगा .
कुछ बातो का रखे ध्यान
पहले इस बात का निर्णय लेना होगा की वह इस व्यापार को आटोमेटिक मशीन की मदद से शुरू करना चाहता है, या फिर मैन्युअल तरीके जिसमें मोमबत्ती बनाने के लिए सांचों का इस्तेमाल किया जाता है।यदि आप किसी ऐसी जगह का चुनाव करते हैं जहाँ पर स्थानीय स्तर पर ही आपके द्वारा उत्पादित मोमबत्ती का इस्तेमाल होने की संभावना अधिक है, तो यह आपके बिजनेस के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। वह इसलिए क्योंकि इस स्थिति में आप अपने प्रोडक्ट को दूर भेजने में आने वाले ट्रांसपोर्ट के खर्चे से बच जाते हैं ।
बिज़नेस को रजिस्टर्ड करवा ले
यदि आप इसे स्थायी व्यवसाय के तौर पर शुरू करना चाहते हैं तो सबसे पहले आप अपने बिज़नेस को रजिस्टर्ड करवा ले। व्यवसाय के नाम से पैन कार्ड और चालू खाता खोले। टैक्स रजिस्ट्रेशन के तौर पर जीएसटी पंजीकरण कराना ,स्थानीय प्राधिकरण से दुकान एवं प्रतिष्ठान अधिनियम के तहत रजिस्ट्रेशन करवाए।