दूसरे राउंड में एमएलसी चुनाव पर क्रॉस वोटिंग का डर मंडरा रहा है। क्रॉस वोटिंग की आशंका के बीच महाराष्ट्र विधान परिषद की 11 सीटों के लिए दिवार्षिक चुनाव शुक्रवार को होंगे जिसमें भाजपा की पंकजा मुंडे और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के सहयोगी मिलिंद नार्वेकर सहित 12 उम्मीदवार मैदान में है. हाल ही में बीड से लोकसभा चुनाव हारने वाले मुंडे के अलावा भाजपा ने परिणय फुके को फिर से नामांकित करने के अलावा अमित गोरखा, सदाभाऊ खोत और योगेश तिलेकर को मैदान में उतारा है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने पूर्व सांसद भावना गवली और कृपाल तुमाने को मैदान में उतारा है. जबकि मुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने इन एमएलसी चुनाव के लिए शिवाजीराव गर्जे और राजेश विटेकर को नामांकित किया है. जहां ससत्तारूढ़ महायुद्ध के घटक दलों में भाजपा शिंदे सेना और अजीत राज कांप वही शामिल है वहीं विपक्षी महाविकास अगाडी में कांग्रेस शरद पवार के नेतृत्व वाली राकंपा शरद चंद्र पवार और उद्धव सी शामिल है.

प्रहार जनशक्ती के साथ निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त
चुनाव प्रत्येक उम्मीदवार के साथ तरजीही मतदान प्रणाली में होंगे जीत के लिए 23 वोटो की जरूरत महाराष्ट्र विधानसभा की ताकत के साथ 288 के घटकर 274 हो गई. विधायकों के लोक के लिए निर्वाचित होने जैसे कर्म से सभा मृत्यु और निलंबन सत्तारूढ़ गठबंधन को बचाने के लिए पूरी ताकत लगानी होगी. इसके विधायक एक साथ भाजपा के पास 103 , शिंदे सेना के पास 38 , एनसीपी के पास 42, कांग्रेस के पास 37 विधायक हैं उद्धव सेना के 15 और एनसीपी के 10, 13 निर्दलीय विधायक हैं, परिणाम – इसकी घोषणा भी शुक्रवार को हो ही जाएगी. निर्दलीयों के समर्थन से बीजेपी के पास 111 विधायकों की ताकत हो सकती है इसका मतलब है कि पार्टी को अपने सभी पांच उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के लिए चार और वोटो की आवश्यकता होगी. उसे प्रहार जनशक्ती पार्टी के दो विधायक को और साथ निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है. जिससे उसकी संख्या 47 तक पहुंच सकती है यह उसके दो उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त होगा. अजित्र कांप का दावा है कि उसे दो निर्दलीयों का समर्थन प्राप्त है जिससे संकेत मिलता है कि वह दोनों सिम जीतने के लिए आवश्यक संख्या से 5 कम होगी.

सरकार का पतन
एमवीए ब्लॉक में कांग्रेस की संख्या पार्टी के लिए एक सीट जीतने के लिए पर्याप्त है. 14 वोटो को छोड़कर नार्वेकर जिनकी पार्टी सेना के पास 15 विधायक हैं को फिनिश लाइन से आगे ले जाया जा सकता है. हालांकि कांग्रेस के तीन विधायकों में असंतोष की खबरें आ रही हैं. 2 साल पहले एमएलसी चुनाव में आश्चर्यजनक परिणाम सामने आए थे, जिनमें कांग्रेस के चंद्रकांत हंडोरे की हरदी शामिल थी इसके तुरंत बाद सरकार का पतन हो गया क्योंकि हिंदी में तत्कालीन सीएम उद्धव के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया जिसने सेवा को विभाजित कर दिया जैसा कि आलोक देशपांडे की रिपोर्ट है.

विधायकों को होटल में ले जाना शुरू
इस बार ऐसा लग रहा है कि मामला दूसरे पांव पर है क्योंकि महायुती को गर्मी का सामना करना पड़ रहा है और भाजपा अपने तीनों उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने की उम्मीद कर रही है. चुनाव से पहले क्रास वोटिंग से बचने के लिए पार्टियों ने अपनी विधायकों को होटल में ले जाना शुरू कर दिया. सिंदे और अजीत दोनों ने बुधवार को अपने-अपने विधायकों के साथ बैठक की भाजपा विधायकों ने पार्टी मुख्यालय में पार्टी प्रभारी भूपेंद्र यादव से मुलाकात की जबकि सेना विधायक होटल आईटीसी ग्रैंड सेंट्रल में एकत्रित हुए, कांग्रेस विधायकों की गुरुवार को होटल इंटरकॉन्टिनेंटल में बैठक हुई. अगले तीन महीनो में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ दल को झटका लगा है उत्साहित एमवीए गठबंधन को कुछ महायुद्ध विधायकों को थोड़ी मदद से एक अतिरिक्त तीसरी सीट जीतने की उम्मीद है जो पाला बदल सकते हैं वापस या तो उद्धव सेना या शरद पवार एनसीपी में.